नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद गुरुवार को विपक्षी पार्टियों द्वारा साझा मार्च निकाला गया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में निकले इस मार्च में एक दर्जन से अधिक राजनीतिक दल शामिल हुए। इस दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाया और सदन में सांसदों के साथ बदसलूकी होने की बात कही। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पहली बार राज्यसभा में सांसदों की पिटाई की गई। बाहर से लोगों को बुलाया गया और सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की गई। चेयरमैन की जिम्मेदारी सदन को चलाने की है। विपक्ष की बात सदन में क्यों नहीं रख सकते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को बेचने का काम कर रहा है। दो-तीन उद्योगपतियों को देश की आत्मा बेची जा रही है। विपक्ष संसद के अंदर कोई भी बात नहीं कर सकता है। देश के 60 फीसदी लोगों की आवाज दबाई जा रही है। हमने सरकार से पेगासस मुद्दे पर चर्चा करने की बात कही। हमने किसानों, महंगाई का मुद्दा उठाया। राहुल ने कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या है। मार्च में शामिल दूसरे दलों के नेताओं ने भी इसे केंद्र सरकार की तानाशाही बताया। की पहली बार है जब सदन में बाहर के लोगों ने सांसदों के साथ हाथापाई की है। मार्शलों ने सांसदों के साथ मारपीट की है।