लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क
— आयुर्वेद एवं महिला स्वास्थ्य विषय पर हुई चर्चा
किशनगढ़ रेनवाल। (नवीन कुमावत) निकटवर्ती मंढाभीमसिंह गांव में धन्वंतरि जयंती आरोग्य सप्ताह के तहत आयुष्मान आरोग्य मंदिर राजकीय आयुर्वेद औषधालय में महिला स्वास्थ्य को लेकर छत्रपति शिवाजी महाविद्यालय में डॉक्टर मुकेश शर्मा ने छात्राओं से चर्चा की।
डॉक्टर शर्मा ने कहा कि बालिकाओं में किशोरावस्था में शारीरिक परिवर्तन होने के कारण उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इस संबंध में आयुर्वेद में मासिक धर्म संबंधी परेशानियां, श्वेत प्रदर, गर्भिणी धात्री, एवं रजोनिवृत्ति आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है। इन समस्याओं को पूर्ण निदान भी आयुर्वेद में है। पूर्ण चिकित्सा एवं योग प्राणायाम द्वारा महिलाऐं स्वस्थ रह सकती हैं। मासिक धर्म में अशोक, लोध्र, नागकेसर, दशमूल क्वाथ आदि औषधीय का प्रयोग करें। बटरफ्लाई आसन करें। बचपन से ही बालिकाओं को कैल्शियम एवं लोहयुक्त भोजन के लिए दूध, गुड, हरी सब्जियां, तिल मूंगफली, सूखे मेवे आदि का विशेष प्रयोग करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं के लिए आयुर्वेद में बताये मासानुमासिक जो नौ माह के लिए अलग-अलग औषधीय बताई हुई है, उनका उपयोग करें। इससे संतान स्वस्थ पैदा होगी। धात्री महिलाओं के लिए शतावरी, धात्री लोह, कुकटाण्डत्वक भस्म, सहित विशेष रूप से दशमूल क्वाथ औषधीय का उपयोग करें तो स्वस्थ रह सकते हैं। बचपन में लिया गया पोषण संपूर्ण जीवन में महिलाओं को स्वस्थ रख सकता है। यम नियम, आसन, योग प्राणायाम सहित अष्टांग योग आवश्यक है।
कार्यक्रम में औषधालय कंपाउंडर दिनेश कुमार सेपट, महाविद्यालय निदेशक दुलीचंद कुमावत, प्राचार्य किशोर कुमार शर्मा, अनिल कुमार, कमलेश कुमार, पूजा पारीक, दीपक, मालचंद, प्रदीप, देवेंद्र शर्मा, सुशील अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में बालिकाएं उपस्थित रहीं।