अटल तर्कसंगत और प्रमाणिकता के आधार पर देते थे वक्तव्य, विपक्ष भी मानता था लौहाः- सीएम शर्मा
भाजपा प्रदेश कार्यालय पर अटल की जन्म शताब्दी समारोह के तहत प्रदर्शनी का सीएम शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने किया शुभारंभ
लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर,। (रूपनारायण सांवरिया) भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी समारोह ‘‘सुशासन दिवस‘‘ के तौर पर मनाया गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने श्रद्धेय अटल की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के बाद संगोष्ठी में शिरकत की। संगोष्ठी में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अटल जी के शताब्दी वर्ष समारोह पर बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के सभी ग्राम पंचायत स्तर पर ‘‘अटल ज्ञान केंद्र‘‘ की स्थापना करेगी। अटल ज्ञान केंद्र पर अटल प्रेरकों का भी चयन किया जाएगा और युवाओं को शिक्षा का माहौल उपलब्ध करवाने के लिए प्रत्येक केंद्र पर लाइब्रेरी के साथ ई-लाइब्रेरी भी बनाई जाएगी। सरकार 500 करोड़ की लागत से प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों पर इन केंद्रों को बनाएगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने मां भारती की सेवा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। राष्ट्र की मजबूती के लिए वे अपने नाम की तरह अटल रहे और देश के विकास के लिए देशभर में भ्रमण किया। उनका व्यक्तित्व समुद्र की तरह गहरा और आकाश की तरह विशाल था। अटल जी का वक्तव्य पक्ष ही नहीं विपक्ष भी गहनता से सुनता था क्योंकि वे तर्क संगत और प्रमाणिकता के आधार पर बोलते थे। अटल जी ने राष्ट्र को एक नई दिशा देने का कार्य किया, ऐसे में विरोधी भी उनका लौहा मानते थे। उन्होंने अपना ध्येय वाक्य सिर्फ ‘‘सुशासन‘‘ को बनाया। इस सुशासन के लिए उन्होंने दिन रात कार्य किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि वर्तमान की राजनीतिक में अटल जी के आदर्शों की महती आवश्यकता है। अटल बिहारी वाजपेयी जी का व्यक्तित्व आज भारतीय राजनीति में सुचिता, सौम्यता, सुशासन, सहनशीलता की अवधारणा है। उन्होंने कहा कि मुझे भी श्रद्धेय अटल जी के सानिघ्य में कार्य करने का अवसर मिला। अटल जी एक कुशल नेता, संवेदनशील कवि, सजग देशभक्त और साधारण व्यक्तित्व के धनी थे। उनकी कविता ‘‘टूटे हुए सपनों की कौन सुने सिसकी, अन्तर की चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी, हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा, काल के कपाल पे लिखता मिटाता हूं , गीत नया गाता हूं‘‘ कार्यकर्ताओं में जोश भरने का कार्य करती है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने श्रद्धेय अटल जी के जीवन स्मरणों में से कुछ वृतांत बताते हुए कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के साथ मिलकर जनसंघ रूपी पौधे को वटवृक्ष बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। बतौर प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल जी ने अटल पेंशन, पीएम चतुर्भुज योजना, अंत्योदय योजना, पीएम सड़क योजना जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं को शुरू कर देश के विकास को नई गति प्रदान की। उन्होंने बताया कि अटल जी ने जब प्रधानमंत्री पद संभाला तो देश के आर्थिक हालात बदतर थे, लेकिन अटल जी की दूरगामी सोच और कुशल कार्य क्षमता के चलते देश की अस्थिरता को स्थिर किया और देश को विकास की ओर अग्रसर किया पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी भारत को सुदृढ, शक्ति सम्पन्न और विकसित राष्ट्र के रूप में देखना चाहते थे, उनकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्ण कर रहे है।
राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने श्रद्धेय अटल जी के जीवन से जुडे़ कुछ पहलुओं को सुनाते हुए कहा कि आज के दिन ही 1924 में एक महामानव का अवतरण हुआ। अटल जी ने हमेशा अपने जीवन में ‘‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता‘‘ का मूल मंत्र बनाए रखा और कार्यकर्ताओं को भी यह मूल मंत्र दिया। राजस्थान के लिए गडरा आंदोलन में अटल जी की सादगी और विनम्रता देखने को मिली। गडरा आंदोलन के दौरान एक 8 बाय 8 के कमरे में रात गुजारने वाले अटल जी ने सर्वमान्य नेता के तौर पर रानजीति की। इसी दौरान राजीव गांधी ने विदेशी महिला से शादी की तो अटल जी ने यहां तक कह दिया था कि आज कल स्वदेशी की जगह, विदेशी अच्छी लग रही है चीनी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि शुचिता की राजनीति और विचार की राजनीति क्या होती है यह अटल जी के जीवन से सीखने को मिल सकती है। वहीं नदी से नदी जोड़ो योजना को आगे बढ़ाते हुए आज के भागीरथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पीकेसी ईआरसीपी योजना का शिलान्यास करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अटल जी के अंत्योदय योजना को धरातल पर मूर्त रूप प्रदान करते हुए समाज के अंतिम पंक्ति के वंचित लोगों तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाने का कार्य किया है। संगोष्ठी कार्यक्रम में मंच पर उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ प्रेम चंद बैरवा, कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जोगाराम पटेल, जयपुर सांसद मंजू शर्मा, जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, जयपुर देहात दक्षिण अध्यक्ष राजेश गुर्जर उपस्थित रहे। इस दौरान कार्यक्रम संयोजक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने धन्यवाद ज्ञापित किया और मंच संचालन भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने किया।