लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर,। (आर एन सांवरिया) राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर के सेमिनार कक्ष में आरपीए एवं सीडीटीआई जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में ‘पुलिस के बारे में जनता की धारणा’ विषय पर आयोजित कार्यशाला सम्पन्न हुई। इस कार्यशाला में पुलिस व जनसंपर्क सेवा के अधिकारियों के साथ इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकारों ने भी विचार रख पुलिस की छवि सुधारने के सुझाव दिए।
राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक एस संगाथिर ने बताया कि इस कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य जनता के विभिन्न वर्गों से उन कारकों के बारे में प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया प्राप्त करना था, जिन्हें वे नकारात्मक और सकारात्मक दोनों रूप से पुलिस की छवि और धारणा को प्रभावित करने के लिए जिम्मेदार मानते हैं ।
केंद्रीय गुप्तचर प्रशिक्षण संस्थान (सीडीटीआई) निदेशक डॉ अमनदीप कपूर ने बताया कि कार्यशाला में प्रतिभागियों ने पुलिस के कारकों / कार्रवाईयों में व्यक्तिगत पुलिस कर्मियों के साथ-साथ सामान्य रूप से विभाग के बारे में अपना वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन साझा किया, जो पुलिस और उसकी छवि के बारे में जनता की धारणा को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं।
प्रतिभागियों ने कार्यशाला में वो व्यवहारिक सुझाव भी दिए, जिन्हें पुलिस कर्मियों, विभाग, सरकार या एजेंसियों द्वारा नकारात्मक धारणाओं को कम करने और पुलिस की छवि को सुधारने के लिए लागू किया जा सकता है।
कार्यशाला में आवश्यक सुधारों पर चर्चा करते हुए पुलिस के व्यवहार पैटर्न, पुलिस प्रथाओं और अन्य संबंधित कारकों पर भी जोर दिया गया। साथ ही इस संदर्भ में भी चर्चा की गई कि पुलिस के बारे में सकारात्मक धारणा बनाने के लिए इन्हें कैसे सुधारा या मजबूत किया जा सकता है।
इस कार्यशाला में चर्चा कर प्रतिभागियों ने यह जाना की पुलिस के बारे में जनता की वर्तमान धारणा क्या है, जनता की धारणा को प्रभावित करने वाले कारक क्या हैं और जनता की पुलिस विभाग और पुलिस कर्मियों से क्या अपेक्षाएं हैं। इसके उपरांत पुलिस की छवि को सुधारने में पुलिस की भूमिका और जिम्मेदारियाँ विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
पुलिस की छवि को सुधारने के लिए पुलिस के व्यवहार और आचरण को बेहतर बनाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने, पुलिस की सकारात्मक छवि को बढ़ावा देने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया का उपयोग करने, पुलिस के द्वारा किए गए अच्छे कार्यों को जनता के सामने लाने व पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के साथ आमजन की शिकायतों को सुनने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मजबूत बनाने पर जोर दिया गया।
इस कार्यशाला में सेवानिवृत्त महानिदेशक डॉ एम के देवराजन, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एवं निदेशक आरपीए जयपुर एस. सेंगाथिर, निदेशक सीडीटीआई जयपुर डॉ अमनदीप सिंह कपूर, अतिरिक्त निदेशक प्रचार, पुलिस मुख्यालय कमलेश शर्मा, संयुक्त निदेशक, जनसम्पर्क निदेशालय मनमोहन शर्मा, सेवानिवृत्त अतिरिक्त निदेशक प्रचार गोविंद पारीक, राजस्थान पत्रिका के सम्पादक अमित वाजपेई, आज तक के ब्यूरो चीफ शरत कुमार, दैनिक भास्कर के जर्नलिस्ट ओम प्रकाश शर्मा, पत्रकार त्रिभुवन शर्मा, पत्रकार आनंद चौधरी, राजन महान, सेवानिवृत्त आरपीएस राजेंद्र सिंह शेखावत व सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर सुनील पूनिया शामिल थे।