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नायक समाज को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने की मांग

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नायक महापंचायत आयोजित बैठक सम्पन्न हुई!

 

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

जयपुर।  नायक समाज विकास संस्था जयपुर के नेतृत्व में नायक समाज जनजाति अधिकार संघर्ष समिति राज.  की डॉ.अम्बेडकर वेलफेयर सोसाइटी झालाना में नायक समाज की महापंचायत आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नायक समाज सेवा संस्था के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम नायक ने की।  नायक महा पंचायत में मुख्य अतिथि राजस्थान प्रदेश नायक महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष  भंवरलाल नायक,शिवरतन बीकानेर, विशिष्ट अतिथि प्रदेश प्रभारी भुराराम खींवसर,प्रदेश प्रभारी रोहित नायक सरकार,पंकज नायक गंगानगर,नागौर जिलाध्यक्ष संतोष नायक,बीकानेर जिलाध्यक्ष धर्माराम नायक,जोधपुर जिलाध्यक्ष कैलाश नायक,हिंडौन जिलाध्यक्ष पवन नायक मंचासीन रहे! नायक समाज विकास संस्था प्रदेश अध्यक्ष राजाराम नायक ने कहा कि आज हमारा नायक समाज गरीब और अमीर नायक समाज में बंटा हुआ दिखाई देता है! बड़े दुःख की बात है कि आज समाज का शीर्ष नेतृत्व समाज के बलबूते पर उच्च सरकारी पदों पर जाकर बैठ जाते है!  बादमें भाजपा ओर कांग्रेस पार्टीयों में नायक समाज के ठेकेदार बनकर समाज में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते है! प्रदेश अध्यक्ष हेमन्त नायक ने कहा कि संघर्ष समिति को जब नेताओं की चाल का पता चलता है तो विरोध किया गया। संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष नेे इन नेताओं से भांग की  कि जो लोग वर्षों से जनजाति अधिकार के लिए संघर्ष करते समाज के वरिष्ठ साथियों को सम्मान पूर्वक तवज्जो दी जाये। किंतु अखिल भारतीय नायक महा सभा के द्वारा स्पष्ट इंकार करते हुए कार्यक्रम केवल भाजपा प्रायोजित करने का निर्णय लिया।  इसी तरह पूर्व में कांग्रेस सरकार के नेताओं ने नायक समाज के द्वारा नायक समाज की सभाओं को पार्टी प्रायोजित करार दे दिया गया!
अत: आज राजस्थान के नायक समाज से अपील  किया जा रहा है कि सभी पार्टियों से समाज दूरी बनाकर नायक समाज के विकास के लिए हमें आंदोलन करना है!
महापंचायत अध्यक्षता करते हुए नायक समाज विकास संस्था राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम नायक ने कहा कि सरकार ने एक ही नायक समाज को ओबीसी,एस सी, ओर एस टी में विसंगति पूर्वक तरीके से रख दिया है। मूल रूप से नायक जाति अनुसूचित जनजाति है। हमारा जनजाति अधिकार प्राप्त करने के लिए नायक समाज के पास एक मात्र विकल्प आंदोलन ही बचा है,जो एक महीने बाद किया जाएगा।  प   यह सोचने की बात है पिछले सत्तर साल हमें हमारे जनजाति के संवैधानिक अधिकार से भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकार ने वंचित रखा है!
नायक समाज को चाहिए कि हमें अधिकारों को प्राप्त करने के लिए इन पार्टियों से समाज दूरी बनाकर रखता होंगा! समाज के मूल विकास के लिए शिक्षा को मूल मंत्र मानकर आगे बढ़ना होगा! राजस्थान प्रभारी भुराराम खींवसर ने सभी समाज बंधुओ को पधारने पर धन्यवाद दिया।

 

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