लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
धरियावद से हितेश पालीवाल
धरियावद। उप जिला अस्पताल धरियावद के इमरजेन्सी मेडिकल स्टॉफ व सी एच सी इन्चार्ज के लापरवाही पूर्वक ईलाज को लेकर सर्व समाज ने चिकित्सा मंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया। अलग अलग ज्ञापन में बताया कि मुबारिक खां निवासी धरियावद को इमरजेंसी में लाया गया तो समय पर ईलाज नहीं मिलने से उनकी मृत्यु हो गई। इसी तरह 11 जनवरी को पिडित लोकेश भारद्वाज अपनी माताजी को प्रातः 09 बजे सीएचसी उप जिला अस्पताल धरियावद लेकर आया वहां 09:05 पर भी ओपीडी नहीं खुली होने से वह अपनी माताजी को इमरजेन्सी में लेकर गया और जहां डॉ. अनिल सेनी ये कहकर चला गया की नर्सिंग कर्मी को आने दो तब देखेंगे।
पीडित की माताजी को बहुत सांस चल रही थी तो पिडित द्वारा काफि हाथपांव जोडने पर उसने कपडों के उपर से ही इन्जेक्शन दे दिया और टेम्पररी हेल्पर को औक्सीजन देने की कहकर चला गया। टेम्पररी हेल्पर को पता ही नहीं अव्यवस्थाओं का ये आलम रहा की 10 मिनट से भी कम समय में औक्सीजन खत्म हो गई। दूसरे सिलेण्डर की व्यवस्था और लचर प्रबन्धन के चलते पिडित की माताजी ने वहीं दम तोड दिया। ओपीडी पर 7-8 डॉक्टर ड्यूटी पर होने चाहिये लेकिन वो समय पर नहीं थे, कपडों सहित इन्जेक्शन लगाना अमानवीयता है, औक्सीजन सिलेण्डर के संचालन में ट्रेण्ड की जगह काम चलाउ व्यवस्था आदि अनियमितताओं का कारण है सीसीटीवी फुटेज की जांच करवाकर दोषीयों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की ।