लोकटुडे न्यूज नेटवर्क
विजय कपूर की रिपोर्ट
श्रीडूंगरगढ़। दहेज न लेने की सोच को सोच तक सीमित न रखते हुए एक विचारधारा बनानी होगी तभी हमारी आनेवाली पीढ़ी इस अभिशाप से मुक्ति पा सकेगी।
इसी सोच को धरातल पर उतारते हुए धन्नावंशी स्वामी समाज के एक परिवार ने अपने लाडले की शादी बिना दहेज के कर आमजन को इस कुप्रथा को मिटाने का संदेश दिया है। श्रीडूंगरगढ़ के बिग्गाबास निवासी पूर्व पार्षद मूलचंद स्वामी ने बताया कि उनके बड़े भाई स्व. राजेन्द्र प्रसाद स्वामी(शिक्षक) के पुत्र मयंक स्वामी की शादी सुजानगढ़ तहसील के गांव आबसर में रावतदास स्वामी की पौत्री सीमा के साथ बुधवार को सम्पन्न हुई।
गुरुवार को दुल्हन की बिदाई से पूर्व समठूनी की रस्में शुरू हुई तो दुल्हा पक्ष दहेज के खिलाफ पूर्व से ही तय सोच के अनुसार मात्र एक रुपया नारियल का लेन देन कर शादी की रस्म अदा की एवं शादी सम्पन्न करवाई। धन्नावंशी स्वामी (सूंडा) परिवार द्वारा की गई इस सार्थक पहल की प्रशंसा शादी समारोह में मौजूद हर व्यक्ति ने की।