लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क
सवाईमाधोपुर। (लोकेश टटवाल) भारत तिब्बत सहयोग मंच सवाईमाधोपुर इकाई द्वारा चीनी आक्रमण आक्रोश दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मंच के कार्यकर्ताओं ने चीन का पुतला जलाकर तथा चीनी वस्तुओं की आहुति देकर 1962 में चीन द्वारा भारत पर किये गये आक्रमण के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस अवसर पर बोलते हुए भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रांतीय महामंत्री डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी ने कहा कि 20 अक्टूबर 1962 को चीन द्वारा भारत पर आक्रमण किया गया था। इस युद्ध में भारत के 1300 सैनिकों ने अपनी शहादत दी थी तथा चीन द्वारा भारत की 38000 वर्ग किलोमीटर भूमि पर कब्ज़ा कर लिया गया था। इसके पश्चात् भारतीय संसद ने 14 नवम्बर 1962 को यह संकल्प लिया था कि चीन द्वारा कब्ज़ाई गयी भारत की भूमि को चीन से मुक्त कराया जायेगा। परन्तु स्थिति यथावत है। मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिवर्ष 20 अक्टूबर को चीनी आक्रमण आक्रोश दिवस मनाया जाता है तथा 14 नवम्बर को अपने अपने क्षेत्र के सांसदों को ज्ञापन देकर संसद द्वारा लिये गए संकल्प का स्मरण कराया जाता है। मंच के जिलाध्यक्ष पंडित लाल चंद गौत्तम ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर भारत तिब्बत सहयोग मंच के वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष जगदीश अग्रवाल, प्रांतीय महामंत्री डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष लाल चंद गौत्तम, युवा विभाग जिलाध्यक्ष नवीन शर्मा, महिला विभाग जिलाध्यक्ष कृष्णा गुप्ता, महामंत्री विजेंद्र सिंह राजावत, रामपाल बालोत, हरि शंकर सुवालका, मोहन लाल कौशिक, पंडित भुवनेश शर्मा, दिव्यांशु शर्मा, मूल सिंह राजावत, प्रणव गौत्तम, श्रीराम शर्मा, पंकज अग्रवाल, सीता राम शुक्ला आदि के साथ ही अनेक कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।