जयपुर। ( बबीता शर्मा वरिष्ठ संवाददाता ) छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर जयपुर में एनएसयूआई और संयुक्त छात्र मोर्चा के छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया । छात्रों ने राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर खूब देर नारेबाजी की, हंगामा किया पुलिस ने छात्रों को टांगाटोली कर हिरासत मे ले लिया। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच कई बार धक्का मुक्की भी हुई।
थानाधिकारी उदय भान सिंह यादव सुरक्षा बलों के साथ मुख्य द्वार पर मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार को कूद कर अंदर पहुंच गए और प्रशासनिक भवन को बंद करवा दिया। इससे माहौल बिगड़ गया इसके बाद विश्वविद्यालय परिसर पुलिस छावनी में बदल गया ।स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर छात्रों को खदेड़ दिया। 26 छात्रों को रियासत में लिया बाद में हिरासत में लिए गए छात्रों को रिया कर दिया गया। छात्रों की रिहाई की मांग को लेकर छात्रों ने विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया ।
सबसे बड़ी बात है कि छात्रों ने इस दौरान काला मुंह करके प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर छात्रों को कहना है कि आए दिन शिक्षा के मंदिर में माहौल बिगड़ता वाले छात्रों के खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार को सख्ती बरतनी चाहिए। मध्य प्रदेश ,पश्चिम बंगाल की तर्ज पर यहां भी छात्र संघ चुनाव पर रोक लगनी चाहिए ।छात्र नेताओं को सीट बढ़ाने ,प्लेसमेंट सेल का गठन करने ,छात्रावास में खाने की क्वालिटी में सुधार، रोजगार कोर्स प्रारंभ करने और छात्रों की सुरक्षा के इंतजाम और लाइब्रेरी में सुविधा विकसित करने जैसे मुद्दे उठाने चाहिए । लेकिन यहां छात्र नेता सिर्फ अपनी छात्र राजनीति चमकाने के चक्कर में आए दिन धरना प्रदर्शन करके पढ़ाई का माहौल खराब करते हैं । चुनाव के दौरान राजस्थान विश्वविद्यालय और आसपास के कॉलेज का माहौल भी खराब होता है । लड़ाई झगड़े होते हैं ऐसे में सरकार को इन पर रोक ही रखनी चाहिए । दूसरे पक्ष कहना है कि छात्र संघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी होती है ।राजस्थान विश्वविद्यालय में करीब एक दर्जन नेता छात्र राजनीति से निकले हुए हैं, जिनमें कई मंत्री भी है, विधायक भी है, सांसद भी है। ऐसे में छात्र संघ चुनाव जरूरी है छात्र संघ चुनाव होने से ही राजनेताओं की खेत तैयार होती है।