जयपुर । बीज व्यवसाय की जानी – मानी कंपनी वर्व एग्रोटेक द्वारा एक वितरक सम्मेलन का आयोजन किया गया। आयोजित सम्मेलन में राजस्थान, मध्यप्रदेश के साथ – साथ उत्तरप्रदेश में कंपनी के बीजों को किसानों तक पहुँचाने वाले वितरक शामिल हुए। कंपनी के प्रमोटर शरद शर्मा ने सभी वितरकों का स्वागत करते हुए बताया कि, वर्व एग्रोटेक एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। 2012 में शुरू हुई वर्व एग्रोटेक कंपनी के क़ृषि वैज्ञानिकों ने 7 वर्षों के गहन अनुसन्धान से किसानों के लिए बीज कि नई -नई किस्म तैयार की है। बीज की उन्नत किस्म तैयार होने के बाद वर्ष 2019 से कंपनी ने किसानों को बीजों की बिक्री करना शुरू किया था, 5 वर्षों के छोटे से समय में 6 राज्यों तक कंपनी अपना कारोबार विस्तार कर चुकी है। राजस्थान के साथ – साथ मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल और छत्तीसगढ़ के किसानों तक कंपनी अपना बीज पहुंचा रही है। वर्व एग्रोटेक चारा, खाद्यान्न, दलहन, तिलहन और सब्जी बीजों में 41 फसलों की 200 से ज्यादा किस्म किसानों को उपलब्ध करवा रही है। कंपनी के सभी बीज गुणवत्ता की कसौटी पर खरे है।
शर्मा ने बताया की भारत सरकार के उपक्रम राष्ट्रीय बीज निगम के माध्यम से भी वर्व एग्रोटेक हाइब्रिड बाजरा और तिल का बीज किसानों तक पहुंचा चुकी है। कंपनी को सब्जी बीज फसल धारीदार तुरई की मांग, विदेशों से भी प्राप्त हुई है। यह दर्शाता है की वर्व एग्रोटेक के बीज गुणवत्ता की कसौटी पर खरे है।बाजरा बीज में कंपनी की हाइब्रिड बाजरा बीज किस्म 45एम55 की भारी डिमांड रहती है। वर्ष 2024 में ज्यादा से ज्यादा किसान 45एम55 बाजरा बीज को लगाएं, इसके लिए कंपनी ने एक फ़िल्म भी बनाई है। सम्मेलन में सभी वितरकों को यह फ़िल्म दिखाई गई…. कंपनी आगे इस फ़िल्म को प्रोजेक्टर के द्वारा गांव – गांव में 50,000 किसानों को दिखाएगी।
उन्होंने बताया की कंपनी के बीजों पर किसानों का विश्वास दिनों -दिन तेजी से बढ़ रहा है। किसान वर्व एग्रोटेक के बीजों को नाम से मांग रहे है। हाइब्रिड बाजरे में 45एम55, प्रताप, योगीराज और 45एम47, हाइब्रिड मक्का में विजेता, विवान और दक्ष – 117 अपनी पहचान बना चुकी है। यही हाल कंपनी के बासमती धान का है, बासमती धान को किसान नाम से मांग रहे है। हाइब्रिड ज्वार में उदय, गुरु 999 के साथ – साथ, मूंग, उड़द, तिल, गम-ग्वार को भी किसान काफ़ी पसंद कर रहे है। सही मायने में देखा जाए तो कंपनी अपनी टैग लाइन “वर्व है, तो विश्वास है ” के ध्येय वाक्य के साथ काम कर रही है।
कंपनी के बीज अनुसन्धान को देख रहे डॉक्टर पी के दाधीच ने वितरकों को बताया की क़ृषि पैदावार बढ़ाने और किसानों को अच्छा फसल उत्पादन मिले, इसमें अच्छे बीज का बहुत बड़ा योगदान है। वर्व एग्रोटेक का इस दिशा में अपने पूरे प्रयास कर रही है…. गहन अनुसन्धान के बाद ही कंपनी के बीज किसान तक पहुँच रहे है।
2023 के विजेता हुए सम्मानित
आयोजित वितरक सम्मेलन में करीब 19 वितरकों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान वर्ष 2023 में सर्वाधिक बीज बिक्री करने वाले वितरकों का किया गया। इसमें बाजरे की सर्वाधिक बीज बिक्री का पहला अवार्ड बाड़गा ब्रदर्स – जालसु,जयपुर को गया।इसी तरह हाइब्रिड सरसों में सैनी बीज भंडार -बहरोड़, रिसर्च सरसों में जय दुर्गा बीज भंडार – अम्बाह – मुरैना, धान में एग्री क्लिनिक -एग्री जंक्शन – ग्वालियर, ज्वार में लल्लोमल -जगन्नाथ प्रसाद -ग्वालियर, मक्का में शिवहरे ट्रैडर्स -गुना, छोटेलाल -साँवरमल – भीलवाड़ा, गेहूं में पी एस ट्रेडिंग कंपनी -आगरा, गोयल एग्रो – मुरैना, प्याज़ में -इफको बाजार -बाड़ा भड़कोल, इफको बाजार -डेहरा, अलवर को सम्मानीत किया गया।
2023 में सर्वाधिक पेमेंट, बिक्री और ओवर आल परफॉरमेंस के अवार्ड से लल्लोमल -जगन्नाथ प्रसाद को सम्मानित किया गया।