जयपुर। जयपुर नगर निगम में रिश्वत का खेल है कि बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा। बुधवार को जहां एक पार्षद को निर्माण कार्य की अनुमति दिलाने के नाम पर रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। वहीं इसके दूसरे दिन जयपुर नगर निगम हैरिटेज की वार्ड संख्या 4 की पार्षद बरखा सैनी के पति अविनाश सैनी और उसके साथ दो दलालों को निर्माण कार्य की अनुमति दिलाने के नाम पर 25 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया ।
ये राशि पार्षद पति ने दलाल सुरज्ञान के मार्फत ली थी। पीड़ित ने बताया कि उसे अनुमति दिलाने के नाम पर 2 लाख रुपये मांगे थे। जिस पर आरोपी पार्षद पति 1 लाख रुपये लेकर स्वीकृति दिलाने को तैयार हुआ। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसीबी को थी। एसीबी को पूर्व में भी पैसे लेकर निर्माण कार्यों की अनुमति दिलाने की शिकायतें मिल चुकी थी। इसलिए शिकायत मिलने पर जैसे ही एसीबी ने पार्षद पति को राडार पर लिया तो इस मामले की सच्चाई का खुलासा हो सका। इसके बाद आज एसीबी के बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में टीम ने रिश्वतखोर पार्षद पति अविनाश सैनी और दो दलालों को रुपये लेते रंगे होथों गिरफ्तार किया। आरोपी आमेर इलाके का रहने वाला है। आमेर इलाके में ही निर्माण कार्य की अनुमति दिलाने के नाम पर पैसा मांग रहा था। एसीबी की टीम में डीएसपी सचिन शर्मा ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से एसीबी पूछताछ कर रही है। सबसे खास बात है कि एसीबी ने एक दिन पूर्व ही इसी तरह के मामले में एक पार्षद को गिरफ्तार किया था इसके बावजूद भी अविनाश सैनी ने किसी तरह का सबक नहीं लिया। इससे साफ जाहिर है कि एसीबी की लगातार कार्रवाई के बावजूद भी लोगों में डर या खौफ नहीं है।