सूरत। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि मंत्री हो या मुख्यमंत्री या फिर कोई सामान्य व्यकित ये कंमेंट कोई उचित नहीं है। इस तरह का कमेंट कोई दे उचित नहीं है। राजस्थान हो या कोई प्रदेश इस तरह के बयान आते रहते है जो उचित नहीं है। मंत्री हो या कोई भी व्यक्ति इस तरह के कमेंट कोई पसंद नहीं करेंगे। हर व्यक्ति को मर्यादा रखनी चाहिए। मंत्री है ज्यादा ख्याल रखना पड़ेगा। ऐेसे कमेंट उचित नहीं है। इस तरह के बयान कोई भी दे उचित नहीं मानता । मर्यादा से बाहर जाकर राजनीति करेंगे तो उसे कोई भी पसंद नहीं करेगा। गहलोत सूरत में मीडिया द्वारा राजस्थान के सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के बयान पर पूछे गए सवाल पर बोल रहे थे। आपको बता दे कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि था उनके गांवों में सड़के वे कैटरिना के गालों जैसी बना देंगे। उन्होंने जनता के स्वागत भाषण में कहा कि मैं अब सड़क हेमामालिनी के गालों जैसी नहीं …… जनता से पूछते आजकल कौनसी हिरोइन चल रही है… हेमामालिनी तो पुरानी हो गई… इस पर जनता से जवाब आता है कैटरिना कैफ .. तो वे बोलते हैं… हां में सड़के कैटरिना के गालों जैसी बना दूंगा। इसको लेकर गुढ़ा पर विरोधियों ने हल्ला बोला हुआ है। वहीं गहलोत को भी सूरत में मीडिया ने इसी मुद्दे पर घेर लिया। इस पर उन्होने कहा कि इस तरह के बयान वे बिल्कुल भी पसंद नहीं करते है। हालांकि उनका बयान मैने सुना नहीं है। उन्होंने किस संदर्भ में कहा है। किस संदर्भ में कहा मुझे जानकारी नही है। ये पता करेंगे। लेकिन इस तरह के कमेंट उचित नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि बयान तो संयमित भाषा में ही अच्छा लगता है। मंत्री हो, मुख्यमंत्री हो तो जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। गहलोत ने कहा कि इस तरह के बयान की निंदा करता हूं। मंत्री हो या सामान्य व्यक्ति कोई भी हो इस तरह के बयान उचित नहीं है…. मर्यादा से परे जाकर बयान देना उचित नहीं है। मंत्री है या मुख्यमंत्री हो.. या आम इंसान सभी को अपनी मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। इस तरह के बयानों को समाज में कोई स्थान नहीं है।लेकिन इस तरह के बयानों को समाज स्वीकार नहीं करता। मैं इसकी निंदा करता हूं। व्यक्ति को अपने पद की गरीमा का ख्याल रखना चाहिए।
मंत्री हो या मुख्यमंत्री मर्यादा से परे जाकर बयान देना उचित नहीं… इस तरह के बयान का समाज में कोई स्थान नहीं? गहलोत
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