निर्मल चौधरी और अरविंद जाजड़ा के बीच जाट समाज के नेताओं ने कराया समझौता

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जयपुर । राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष निर्मल चौधरी और महासचिव अरविंद जाजड़ा के बीच मारपीट मारपीट के बाद दोनों के बीच बढ़ रही गुटबाजी और आपसी रंजिस को देखते हुए जाट समाज के दिग्गज नेताओं ने पहल कर दोनों नेताओं के बीच में समझौता कराया। इसका बीड़ा उठाया जाट समाज के दिग्गज माने जाने वाले विजय पूनिया और अन्य समाज के वरिष्ठ लोगों ने। विजय पूनिया की मौजूदगी में समाज के लोगों ने निर्मल चौधरी और अरविंद जाजड़ा को एक स्थान पर बुलाया और दोनों के बीच चल रहे इस झगड़े को समाप्त कर दोस्ती की ओर हाथ बढ़ाने की बात कही इस पर बड़ों का सम्मान करते हुए दोनों ही छात्र नेताओं ने एक दूसरे को माला पहनाकर पुरानी बात भूलने और भविष्य में भी इसी तरह की लड़ाई झगड़ा नहीं करने की बात कही महासचिव अरविंद जाजड़ा ने पहले विजय पूनिया को माला पहनाई और उसके बाद अध्यक्ष निर्मल चौधरी को माला पहनाई निर्मल चौधरी ने भी अग्रिम जाजड़ा को माला पहनाई और एक दूसरे से हाथ मिलाया और एक दूसरे को भरोसा दिलाया कि वे अब देख दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास नहीं करेंगे और एक दूसरे से लड़ाई भी नहीं करेंगे।

समाज के नेताओं ने दो युवाओं को राह भटकने से बचाया है

महारानी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष पद के शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर सार्वजनिक रूप से निर्मल चौधरी पर हमला कर अरविंद जाजड़ा ने एक नई लड़ाई शुरू कर दी और उसके बाद निर्मल चौधरी के साथियों ने अरविंद जांगड़ा को केंद्रीय मंत्री के सामने ही जमकर पीटा। दोनों के समर्थकों ने एक दूसरे को भी जमकर पीटा और उसके बाद दोनों की खाई बढ़ती चली गई । कुछ लोग आग में घी डालने का काम करते गए और दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ती गई। दोनों एक ही समाज के होने के नाते दोनों के समर्थकों में भी एक दूसरे को मरने मारने के हालात बन गए। सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी दोनों के समर्थक एक दूसरे को मरने मारने की तैयारी करने लगे । ऐसे में समाज के मौजिज लोगों ने इन दोनों युवा नेताओं के बीच बढ़ रही इस नफरत की आग को ठंडा करने के लिए एक अच्छी पहल की, जिसके लिए समाज के तमाम वे लोग धन्यवाद के पात्र हैं । जिन्होंने दो युवा छात्र नेताओं को अपराध के रास्ते पर जाने से रोक लिया, वरना जिस तरह के हालात हो रहे थे, आने वाले कुछ दिनों में यह दोनों ही एक दसरे को निपटाने के प्रयास में कोई भी आत्मघाती कदम उठा सकते थे। लेकिन अब समाज की पहल के बाद दोनों ने दुश्मनी भुलाकर एक दूसरे का साथ देने की कसम खाई है। समाज की इस पहल का सभी लोग स्वागत कर रहे हैं। दोनों छात्र नेता आपसी 10th में बुलकर अब एक मंच पर आए हैं

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