प्रतापगढ । (प्रियंका माहेश्वरी) आई पंथ का प्रचार प्रसार करने वाली, डोरा बंध भाई बहन बनाने के लिए निकलने वाली आई माता, गादी माता के नाम से जानी जाने वाली वसीठा धोबी समाज की आराध्या देवी महामाया गादी माता की भव्य शोभायात्रा गुरुवार साढ़े दस बजे धोबी चौक स्थित गादी माता मंदिर परिसर से ढ़ोल नगाड़ों की थाप एवं बैंड बाजो की मधुर स्वर लहरियों के बीच बड़े उल्लास के साथ निकाली गई। जानकारी देते हुए वसीठा धोबी समाज के जिला प्रवक्ता दिलीप टांक एवं आई माता वसीटा धोबी समाज के जिला अध्यक्ष रमेश चंद्र टांक ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भादवी बीज के अवसर पर महामाया गादी माता की भव्य शोभायात्रा गुरुवार निकाली गई।
शोभायात्रा गादी माता मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर कुम्हार वाडा, बावड़ी मोहल्ला, सूरजपोल, गांधी चौराहा होते हुए रामकुंड मंदिर परिसर पहुंची। मंदिर के पुजारी एवं समाज के वरिष्ठजनों की ओर से गादी माता के समक्ष विराजमान कलश की रामकुंड के जल से विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना कर नए जल से कलश भर कर आरती की गई।
शोभयात्रा पुन: प्रारम्भ होकर गांधी चौराहा, सदर बाजार, पिपली चौक, होते हुए पुन: अपने गंतव्य स्थल पर पहुंची। जहां महाआरती के बाद प्रसादी का आयोजन किया गया। शोभायात्रा के प्रारंभ में दो घुड़सवार शोभायात्रा के आगे ध्वज पताका हाथ में लिए धर्म का आगाज कर रहे थे। शोभायात्रा के बीच मे खुली जीप के अंदर चवालिश हजार की स्टील निर्मित झांकी में जगत जननी महामाया गादी माता की आशीर्वाद देती हुई प्रतिमा विराजमान थी जो भक्तों को आशीर्वाद देते हुए बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही थी।
शोभायात्रा वसीठा धोबी समाज की आराध्या देवी आई माता गादी माता की भादवी बीज के पर्व पर जोधपुर से 12 किलोमीटर पहले बिलाड़ा गांव में प्रदेश स्तरीय पहली शोभायात्रा निकाली जाती है उसके बाद एकमात्र प्रतापगढ़ में गादीमाता की शोभायात्रा निकाली जाती है इस प्रकार प्रतापगढ़ की शोभायात्रा दूसरे नंबर पर रहती है।