जयपुर ।ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर एसोसिएशन के प्रवक्ता राजीव त्रेहन ने एक बयान जारी कर केंद्र सरकार के बजट को निराशाजनक बताया है और कहा कि केंद्रीय बजट से ट्रांसपोर्टरों को बहुत उम्मीदें थी लेकिन इस बजट में उनके लिए कुछ भी नहीं है इस वजह से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े लोगों को निराशा ही हाथ लगी है केंद्र सरकार की तरफ से जो बजट पेश किया गया उसमें ट्रांसपोर्टरों को निराशा हाथ लगी है। बजट से उम्मीद थी कि पेट्रोल व डीजल जीएसटी के अंतर्गत लिया जाएगा ,जिससे लोगों को पेट्रोल डीजल सस्ता मिलेगा। पेट्रोल, डीजल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सस्ता है और कंपनियों को भी प्रति बैरल सस्ता मिल रहा है । डीजल- पेट्रोल की कीमतें कम हुई है फिर भी रेट में कमी नहीं हुई है। जिससे माल डोलाई महंगी होना संभव है । जनता पर इसका भारी असर पड़ रहा है । हमें उम्मीद थी कि पेट्रोल डीजल को जीएसटी के अंतर्गत ना लेने से हम लोगों को काफी निराशा हुई । एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश जैन ने कहा ना ही ट्रांसपोर्ट कंपनियों को उद्योगों का दर्जा दिया गया और ना ही गाड़ियों की इंश्योरेंस प्रीमियम में कमी की गई।
यूनियन के प्रवक्ता राजीव त्रेहान ने बताया ट्रकों के टायर सस्ते किए गए ।इस बजट से ट्रांसपोर्टरों कंपनियों को केंद्र सरकार से काफी उम्मीदें थी कि इस बजट में हमारी सारी मांगे पूरी की जाएगी । बजट से ट्रांसपोर्टरों में काफी निराशा और आक्रोश है। महंगाई फिर भी उसी स्तर पर रहेगी, अगर इन सब बातों पर ध्यान दिया जाता तो महंगाई पर अंकुश लगता।
ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन ने भी केंद्रीय बजट को बताया निराशाजनक
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