लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
अलवर।( विशेष संवाददाता) भारत.तिब्बत सीमा पुलिस ;आईटीबीपीद्ध के 86 प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रशिक्षण के बाद औपचारिक पासिंग आउट परेड के दौरान राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय से एकीकृत सुरक्षा प्रबंधन और प्रशासन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा दिया गया । अलवर में आयोजित पासिंग आउट समारोह में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ. धर्मेश कुमार प्रजापति और राजस्थान के अलवर में केंद्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय ;सीटीसीद्ध में आईटीबीपी के उप महानिरीक्षक डीआईजीद्ध ओ. पी. यादव सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। प्रशिक्षण के दौरान आईटीबीपी के प्रशिक्षु अधिकारियों को उन्नत सीमा प्रबंधन उन्नत सुरक्षा अध्ययन बल प्रशासन और युद्ध कौशल सहित विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यक कौशल की जानकारी दी गयी ।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ. धर्मेश कुमार प्रजापति ने भारत के वैश्विक शक्ति केंद्र के रूप में उभरने के संदर्भ में उनके प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। जहां आंतरिक और बाहरी दोनों तरह की सुरक्षा चुनौतियां बढ़नी तय हैं। डॉण् प्रजापति ने इस बात पर जोर दिया कि इन चुनौतियों का जवाब सक्रिय प्रशिक्षण और तत्परता में निहित हैए जिसके लिए भारत के माननीय प्रधान मंत्री ने गुजरात के तत्कालीन सीएम के रूप में आरआरयू की कल्पना की थी जो कुलपति प्रो. डॉ. बिमल एन पटेल के नेतृत्व में अपने क्षितिज का विस्तार कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि 1 अक्टूबर को आरआरयू का स्थापना दिवस होने के कारण यह अवसर राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण में उत्कृष्टता के लिए आरआरयू की प्रतिबद्धता का और भी अधिक प्रतीक बन गया।
अलवर में केंद्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय ;सीटीसीद्ध में आईटीबीपी के उप महानिरीक्षक ;डीआईजीद्ध ओ पी. . यादव ने प्रशिक्षुओं को आईटीबीपी की सेवा और कर्तव्य की गौरवशाली परंपरा की याद दिलाई। उन्होंने डिप्लोमा कार्यक्रम के लिए निर्धारित शैक्षणिक सहयोग और कठोर मानकों के लिए आरआरयू का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को अपनी आजीवन सीखने की यात्रा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित कियाए उन्होंने कहा कि आरआरयू में अर्जित शैक्षणिक क्रेडिट न केवल उनके वृत्तिक विकास में सहायता करेंगे बल्कि उनके पूरे करियर में भी योगदान देगी।