जयपुर। राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन के द्वारा लगभग एक महीने से राजसमंद जिले और भीम की नगरपालिका में शहरी रोजगार गारंटी की मांग को लेकर चल रहा धरना उस समय सफल हो गया, जब राज्य सरकार को नगर पालिका के तहत भी मजदूरों को रोजगार देने के लिए आदेश देने पड़े । उदयपुर संभाग निदेशक, प्रमुख शासन सचिव सहित अन्य को भी मजदूरों ने प्रतिवेदन दिया था। जिसमें शहरी रोजगार गारंटीड लागू किए जाने की मांग की थी ।सरकार ने मजदूरों की मांग मान ली और भीम सहित 42 नई नगर पालिकाओं में शहरी रोजगार गारंटी शुरू किए जाने के लिए समन्वयक एवं जिला कलेक्टर्स को आदेश जारी कर दिए । इसके बाद संगठित मजदूर यूनियन से जुड़े लोगों ने रैली निकाली। जो पटिया का चौड़ से शुरू होकर डाक बंगला ,ट्रक चौराहा ,सब्जी मंडी होते हुए सुरजा जी का चौक पहुंची।
जहां पर रैली को प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा रॉय ने संबोधित करते हुए कहा कि यह मजदूरों, महिलाओं के संघर्ष की जीत है । भीम की महिलाओं ने सूचना के अधिकार और नरेगा जैसे कानून के लिए लड़ाई लड़ी। उसे जीतने का परिणाम है कि सरकार को भी शहरी गारंटी योजना के तहत मजदूरों को रोजगार देने के आदेश जारी करने पड़े। हमें इसी तरह से लगातार संघर्ष करते रहना है। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता निखिल ने कहा कि हम हर हाथ को काम मिले और काम को पूरा दम मिले, के लिए काम कर रहे हैं और यह हमारा हक है, जिसे हम लेकर रहेंगे । खास बात है कि मजदूरों का एक महीने का संघर्ष रंग लाया और 42 नगर पालिकाओं में शहरी रोजगार गारंटी लागू किए जाने के आदेश सरकार को देने पड़े।
इस मौके पर यूनियन के सचिव बाबूलाल किसान मजदूर शक्ति संगठन से सुशीला देवी रूप सिंह विनीत कालूराम लक्ष्मी चौहान मोहन सिंह गोपाल छतर सिंह कविता निकेश डाली देवी ममता उमा आरती तथा यूनियन से रुक्मिणी देवी मुकेश निर्वासित हरियाणा विमला देवी सानिया काटा राधिका कनिका पुष्पा विमल वनिता अभिषेक जितेंद्र आदि मौजूद है