हत्या के बाद 2 दिन घर में ही पड़ा रहा शव
दिन में 11 बजे शव को स्कूटी पर रखकर फैंका
सीसी टीवी से हुआ हत्या का खुलासा
जयपुर। जयपुर के करधनी थाना इलाके में हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया । युवक शक्ति सिंह की हत्या उसकी पत्नी मंजू राठौड़ और धर्म भाई पंकज ने मिलकर की थी । पुलिस उपायुक्त रिचा सिंह तोमर ने बताया कि करधनी थाना इलाके के गोविंद नगर में 9 नवंबर की शाम को एक बोरे में शव मिला था। जिस पर पुलिस में सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो सामने आया कि एक महिला अपने साथी के साथ स्कूटी पर करीब 12:30 बजे आई और बोरे को फेंक कर फरार हो गई थी।
दोपहर में ही स्कूटी पर लाश रखकर फैंक दिया
पुलिस ने स्कूटी के नंबर ट्रेस किए जांच के दौरान यह भी पता चला कि झोटवाड़ा इलाके से एक युवक शक्ति सिंह शेखावत भी लापता है। पुलिस जांच में पता लगा कि शक्ति सिंह की पत्नी मंजू राठौड़ भी ऐसी ही स्कूटी रखती है। जिस तरह की स्कूटी तस्वीरों में दिखाई दे रही है । पुलिस ने शक्ति सिंह की पत्नी मंजू और उसके साथी पंकज को ट्रेस किया। दोनों को थाने लाकर जब दोनों से पूछताछ की, तो पुलिस की सख्ती के सामने दोनों ही थोड़ी देर में टूट गए और दोनों ने शक्ति सिंह की हत्या करना कबूल कर लिया ।
2017 में प्रेमी संग जाने के बाद से था पति से विवाद
डीसीपी रिचा तोमर ने बताया कि आरोपी मंजू राठौड़ ने स्वीकार किया कि उसका उसके पति से 2017 से ही मनमुटाव चल रहा है । इसका प्रमुख कारण 2017 में अपने पुरुष मित्र के साथ पति को बगैर बताए माउंट आबू घूमने जान आ रहा । जब पति को उसके दूसरे व्यक्ति के साथ घूमने जाने के बारे में जानकारी मिली तो उसके बाद से शक्ति सिंह पत्नी मंजू राठौड़ पर कई तरह की पाबंदियां लगाने लगा । इस बात को लेकर दोनों में आए दिन झगड़े प्रसाद भी होते रहे। हालांकि घटना वाले दिन या इसके दो-चार दिन पहले दोनों के बीच किस तरह मारपीट नहीं हुई थी। लेकिन दोनों के बीच लंबे समय से अविश्वास की दीवार खड़ी हो गई थी और शक्ति सिंह अपनी पत्नी पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं करता था।
शराब पीकर आया पति तो कर दी हत्या
घटना वाले दिन जब उसका पति शक्ति बहुत ज्यादा शराब पीकर घर पर आया तो पत्नी ने पंकज को घर बुलाया और दोनों ने मिलकर गला दबाकर पति की हत्या कर दी। पति की हत्या के बाद उसका चेहरा पहचाना नहीं जा सके इसके लिए उन्होंने उसके मुंह को कपूर से जला डाला। इसके बाद शव को 2 दिन तक घर पर पड़ा रहा। दूसरे दिन मंजू राठौर ने शव को बोरे में भरकर बड़े बैग में रखा और दिन में 11:00 बजे ही साथी पंकज के साथ शव को निवारू रोड की तरफ 12:30 बजे के लगभग फेक दिया। घर आकर सभी तमाम सबूत नष्ट करने का काम किया। लेकिन इस दौरान मंजू राठौर में घर में मौजूद अपने बेटों को भी इस बात की शंका जाहिर नहीं किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि पंकज मंजू राठौ़ड़ से समय-समय पर पैसों का लेनदन करता रहता था। उनके यहां ही नौकरी करता था इसलिए उसका कहना था कि जब मंजू राठौड़ ने बुलाकर अपने पति की हत्या करने के लिए कहा तो वह उसकी बात को टाल नहीं सका और उसने उसकी हत्या गला दबाकर कर दी। इस दौरान उसकी पत्नी ने उसके हाथ और पैर दबाएं । दूसरे कमरे में सो रहे थे लेकिन उनको किसी भी बात का पता नहीं जानकारी नहीं है। मंजू राठौड़ ने कहा कि वह पति की बंदिशों से परेशान हो चुकी थी। लगातार शक करता था, मारपीट करता था, इसके चलते उसने घटना को अंजाम दिया। अभी तक मंजू राठौड़ और पंकज ने आपस में किसी भी तरह की रिलेशन से इनकार किया है।हालांकि पुलिस इस तरफ भी जांच कर रही है।