जयपुर। महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर एवं राजस्थान स्टेट ब्रांच आई आर आइ ए के संयुक्त तत्वावधान में राज्य की पहली हाईब्रिड लाइव कॉन्फ्रेंस एवं कार्यशाला ‘ईवीटी 2021’ का शहर के महात्मा गांधी मेडिकल यूनिवर्सिटी में शनिवार को समापन हुआ।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए यूनिवर्सिटी के एमेरिटस चेयरपर्सन डॉ एम एल स्वर्णकार ने कहा कि इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी ने चिकित्सा को नई दिशा दी है। इससे उपचार को छोटे चीरे से किया जा सकता है। इस प्रकार के कार्यशाला आयोजन चिकित्सको को अपडेट करने में उपयोगी साबित हो रहे हैं। कार्यशाला एवं कॉन्फ्रेंस से चिकित्सकों को अपने अनुभव साझा करने को एक मंच मिलता है ।
दो दिवसीय कार्यशाला की जानकारी देते हुए आयोजन सचिव डॉ निखिल बंसल तथा डॉ जय चौधरी ने बताया कि कार्यशाला में देश-विदेश के अनेकों चिकित्सकों व इंटरवेंशनल रेडियोलोजिस्ट ने भाग लिया। कार्यशाला में लाइव व रिकॉर्डेड प्रोसीजर का दिखाए गये। कार्यशाला में कोकिलाबेन अस्पताल मुंबई के डॉ विमल सोमेश्वर ने नसों की रुकावट को बिना चीरे से खोलने की नवीन तकनीक की जानकारी दी। सर गंगाराम अस्पताल नई दिल्ली के डॉ अजीत यादव ने लिम्फोजियोग्राफी, मेदांता अस्पताल गुड़गांव के डॉ वीरेंद्र शहरोन में प्रॉस्टेट आर्टरी एंबोलाइजेशन के बारे में विस्तार से अपने अनुभव शेयर किए ।
कार्यशाला की अध्यक्षता महात्मा गांधी अस्पताल के इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत मिश्रा ने की। आईआरआइए के सचिव डॉ जीवराज सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यशाला में अत्याधुनिक तकनीक एवं नवीन अनुसंधान पर देश-विदेश के अनेकों चिकित्सकों ने अपने अनुभव साझा किए ।
इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी ने चिकित्सा को दी नई दिशा डॉ. स्वर्णकार
- Advertisement -
- Advertisement -