लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
सर्व प्रथम विराजित होंगे भगवान परशुराम
जयपुर। विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भगवान श्रीपरशुराम जन्मोत्सव को लोकपर्व के रूप में मनाने का निश्चय किया गया।
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा ‘गुरुजी’ की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय परिषद में जयपुर में नव निर्मित श्री परशुराम ज्ञानपीठ भवन को लेकर विशेष फोकस रहा। उन्होंने बताया कि इस भवन में परशुराम जयंती लोकपर्व के तहत 27 से 30 अप्रैल तक विशेष पूजा अनुष्ठान के आयोजन होंगे। इस धार्मिक अनुष्ठान की कड़ी में 27 तारीख को एक शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। 28 से 30 अप्रैल तक पूजन-हवन एवं प्राण प्रतिष्ठा का अक्षय अनुष्ठान के साथ भगवान श्री परशुराम जी की दिव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी।
इस भवन में संचालित की जाने वाली गतिविधियों के लिए राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक ओमेन्द्र भारद्वाज को अध्यक्ष तथा सेवानिवृत्त आईपीएस हरिप्रसाद शर्मा को कार्यकारी अध्यक्षता वाली
एक 13 सदस्यीय प्रबंधन समिति का भी गठन किया गया है । राष्ट्रीय महामंत्री पवन पारीक ने बताया कि
भवन लोकार्पण का आयोजन बाद में होगा जिसकी तिथि भी शीघ्र घोषित की जाएगी।
बैठक में विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा ने बताया कि संयोजक परमेश्वर शर्मा की अगुवाई में अरुणाचल प्रदेश में श्री परशुराम की 54’ मूर्ति स्थापना का कार्य भी तीव्र गति से प्रगति पर है।
बैठक का संचालन डॉ. सुनील शर्मा सीए ने किया। रमेश शर्मा ने कार्य विवरण प्रस्तुत किया। सत्यनारायण श्रीमाली एवं सतीश चंद्र शर्मा ने ज्ञानपीठ निर्माण की प्रगति रिपोर्ट देते हुए बताया कि साठ हजार वर्ग फीट का भव्य छह मंजिला भवन लगभग पूर्ण हो चुका है। महावीर प्रसाद शर्मा ने आर्थिक विवरण प्रस्तुत किया। संरक्षक बनवारीलाल सोती के आशीर्वचन के साथ परिषद की वार्षिक बैठक का समापन हुआ ।