ईडी प्रतापसिंह खाचरियावास से फिर कर सकती है पूछताछ : अपेक्षित दस्तावेज मिले

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महेश झालानी वरिष्ठ पत्रकार

जयपुर ।पूर्व केबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के यहां ईडी की सर्च के दौरान बरामद हुए दस्तावेजों की पड़ताल के बाद पूछताछ के लिए प्रतापसिंह और उनके बड़े भाई करणसिंह को तलब कर सकती है । हालांकि ईडी द्वारा कल सर्च के दौरान विस्तार से पूछताछ की गई । प्रतापसिंह के परिजनों ने ईडी के लगभग सभी सवालों का विस्तार से जवाब दिया । उल्लेखनीय है कि पीएसीएल घोटाले के सम्बंध में ईडी पूर्व में भी 9 जनवरी, 2016 को प्रतापसिंह खरियावास के नेमीनगर स्थित मकान (131ए) पर छापे की कार्रवाई कर चुकी है ।

सूत्रों ने बताया कि ईडी की रेड के बाद खाचरियावास के घर से 2850 करोड़ रुपये के पीएसीएल चिटफंड घोटाले से जुड़े दस्तावेज और ट्रांजेक्शन संबंधी सामग्री बरामद की गई है । जांच में यह देखा जा रहा है कि इस घोटाले से प्रताप सिंह खाचरियावास या उनके परिवार को अप्रत्यक्ष लाभ तो नहीं हुआ । ईडी को संदेह है कि इस घोटाले का पैसा खाचरियावास के पास भी पहुंचा और इसे बेनामी संपत्तियों में लगाया गया। हालांकि खाचरियावास ने इस मामले में अपनी कोई भूमिका होने से साफ इनकार करते हुए समूची कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बताया है ।

पर्ल्स एग्रो कम्पनी लिमिटेड (पीएसीएल) के सम्बंध में खरियावास सहित देश के विभिन्न 19 ठिकानों पर ईडी की ओर से छापेमारी की गई । वैसे तो पूरे ऑपरेशन का संचालन ईडी के मुख्यालय से निदेशक राहुल नवीन की निगरानी में हो रहा था । फिर भी क्षेत्रीय इकाई भी पूर्ण रूप से सक्रिय थी । प्रतापसिंह खाचरियावास की सर्च और पूछताछ की पूरी कार्रवाई प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से ईडी की संयुक्त निदेशक अर्पिता नेहरिया के निर्देश पर संपादित की जा रही है । अर्पिता भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी है जो चार वर्ष के लिए ईडी में प्रतिनियुक्ति पर आई है । फिलहाल ये जयपुर में पदस्थापित है ।

सूत्र कहते है कि सभी आवश्यक पूछताछ हो चुकी है तथा अपेक्षित दस्तावेज भी हासिल कर लिए गए है । खाचरियावास परिवार को पूछताछ के लिए पुनः बुलाया जाएगा या नही, इस बारे में कागजातों का अध्ययन करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है । जब ईडी के अधिकारी से यह पूछा गया कि इस घपले में खाचरियावास कितना लिप्त है, जवाब में अधिकारी ने कहाकि इसकी नापतोल का कोई बैरोमीटर हमारे पास नही है । विभाग को कुछ संदेह है और इनपुट मिले है तभी सर्च की कार्रवाई की गई है ।

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