अमृत माटी के डिस्पैले की पीएम मोदी ने की सराहना

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लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

नीरज मेहरा

जयपुर ।  राइजिंग राजस्थान में आई स्टार्टअप राजस्थान के द्वारा अमृत माटी के डिस्पैले को न केवल उचित स्थान मिला बल्कि उससे भी बढ़कर आज माटी के आकर्षण बर्तनों को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माटी की कलाकृतियों और बर्तनों की  तारीफ की।

उन्होंने इसकी जानकारी ली और तारीफ भी की ।यह अपने आप में बड़ी बात है जब देश के प्रधानमंत्री राजस्थान में आयोजित राजस्थान इन्वेस्टमेंट ग्लोबल सम्मिट में मिट्टी के बने पात्रों की तारीफ करे तो कलाकारों का हौसला बना तो स्वाभाविक ही है।

अंजनी किरोड़ीवाल की मेहनत लाई रंग

लेकिन इन सब के पीछे एक ऐसा व्यक्ति है  जो पिछले कई सालों से लगा हुआ है , उसकी मेहनत आज रंग ले आई।  उस शख्सियत का नाम है अंजनी किरोड़ीवाल।   किरोड़ीवाल कई सालों से मिट्टी के बर्तनों को लेकर काम कर रहे हैं । कुछ साल पहले मेरे से जब पहली बार अमृत माटी को लेकर चर्चा की थी और मिट्टी के प्राचीन कालीन बर्तनों को नए तरीके से बनाकर डिस्प्ले करने की बात की थी, तब मुझे लगा था कि यह  आदमी मेरा और खुद का समय बर्बाद कर रहा है । मुझे लगता था अब मिट्टी के बर्तनों का जमाना लग गया है यह क्यों समय खराब कर रहा है । शुरुआत की दो चार मुलाकात में तो मैंने कुछ खास महत्व नहीं दिया और उन्हें टालता रहा, लेकिन किरोड़ीवाल भी अपनी धुन के पक्के थे , उन्होंने कहा कि मेरे उत्पादों का एक बार डिस्प्ले करवाइए, इसकी खबर लगाएं।  मैंने उस समय कुछ खबरें भी चलवाई ,डिस्प्ले भी लगवाया और दीपावली पर एक बार पिंक सिटी प्रेस क्लब जयपुर में मिट्टी के बने बर्तनों की एक स्टॉल लगवाई। ,दीपावली पर माटी के दीपकों का वितरण करवाया, तब भी मुझे लग रहा था कि अब जमाना बदल गया है, लोगों को अब स्टील, सिल्वर , प्लास्टिक के बाद बोन चाइना और अब तो सोने،, चांदी के भी बर्तनों में खाने पीने की होड मची है ।  ऐसी स्थिति में मिट्टी के बर्तनों में खाना  या खाना बनाना लोग पसंद नहीं करते हैं । समय के साथ बदलाव आया था लोगों ने मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाना और परोसने बंद कर दिये । इसे दरिद्रता का प्रतीक माना जाने लगा था। अब तुम गांव में भी इनका प्रचलन के बराबर है एसएमएस शहरों में भला इतने महंगे बर्तन कौन खरीदेगा । ऐसी स्थिति में इन बर्तनों की कैसे डिमांड होगी ? मैं ही नहीं अंजनी किरोड़ीवाल के रिश्तेदार और परिवार के लोग भी उनकी इस धुन से परेशान थे । हां एक टीम उनके साथ जुड़ी थी, जो उनके साथ थी और खुद किरोड़ीवाल का विश्वास धा । वह कहते थे कि भाई साहब आने वाला समय इसी का है, क्योंकि लोगों को बीमारियों से बचाना है ,तो मिट्टी के बर्तनों में बनाकर और  पकाकर खाना ही होगा।   लोगों के मिट्टी के बर्तनों में  खाना बनाने और खाने से बीमारियों से बचा सकता है, साथ ही लोगों को रोजगार भी मिलेगा।  किरोड़ीवाल की मेहनत, उनकी बातें  सुनने  के बाद फिर दूसरी साल हमने प्रेस क्लब में इसका एक छोटा सा डिस्प्ले करवाया, पत्रकारों को मिट्टी के दीपकों का वितरण भी किया । तब उन्होंने डिनर सेट और अन्य उत्पाद लांच किये।  मुझे लगता था यह आदमी अपनी गांठ का पैसा लगाकर, बर्बाद हो रहा है । कई बार समझाने की कोशिश भी की लेकिन अंजनी किरोड़ीवाल बोलते थे कि नहीं भाई साहब अभी लोग समझ नहीं रहे हैं ،लेकिन आने वाला समय इसी का है ,क्योंकि लोग जिन स्टील के बर्तनों में या प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खा रहे हैं वह अपने साथ कैंसर भी निगल रहे हैं ।  प्राचीन काल में तो मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाया भी जाता था , परोसा भी जाता था, खाया भी जाता था। इससे किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होता था।  मैं इन मिट्टी से बने हैं बर्तनों को आम लोगों की पहुंच तक पहुंचाना चाहता हूं और मैं इसी में जुटा हूं।  आज अंजनी किरोड़ीवाल का सपना साकार होता नजर आया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतने बड़े बिजनेस समिट में जहां देश और दुनिया के बड़े बिजनेसमैन आए थे ,उनके मिट्टी से बने बर्तनों की स्टॉल ने आकर्षित किया और मिट्टी के बर्तनों के बारे में प्रधानमंत्री ने जानकारी ली और इन प्रयासों की सराहना भी थी। यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है।  अंजलि किरोड़ीवाल के पीछे जो पूरी टीम लगी हुई है उनके लिए और अंजनी किरोड़ीवाल के लिए भी बहुत अच्छी खबर है ।   प्रधानमंत्री मोदी  नें विशेष तोर पर अमृत माटी के बर्तन  और उत्पादों की जानकारी लेकर उनकी तारीफ की जो अपने आप में बड़ी बात है  l  डॉ अंजनी किरोड़ीवाल का कहना है कि मेरा तो सपना साकार हो गया है। पिछले कई सालों से इस काम में जुटा हूं ,आज मोदी जी की नजर इस पर पड़ी है, जरूर आने वाले समय में इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और लोग मिट्टी के बर्तनों की तरफ आकर्षित भी होंगे क्योंकि बीमारियों से बचने का यह सबसे अच्छा उपाय है।


देश विदेश के हजारों इन्वेस्टमेंट प्रतिनिधियों के साथ श्रियादें माटी कला बोर्ड राजस्थान के चेयर मेन  प्रहलाद राय  टाक, राजस्थान भाजपा के ओबीसी के प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष  चंपालाल गेंदर  नें  भी स्टॉल पर आकर अमृत माटी के बारे में संपूर्ण जानकारी ली l सबसे बड़ी बात है कि देश और विदेश की सबसे महान औद्योगिक हस्तियां इस समिट में शामिल हो रही है और वे सब लोग इसके प्रति रुचि दिखा रही है, यही हमारी मेहनत की सफलता का प्रतीक है और आने वाले समय में इसे माटी के बर्तनों के प्रति लोगों का रुझान ज़रूर बढेगा,यह मेरा विश्वास और भरोसा है।

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