जयपुर। राजस्थान समेत पंजाब में सीबीआई की टीम ने घूसखोरी के मामले में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। सीबीआई की टीम ने साउथ वेस्टर्न कमांड के फाइनेंसियल एडवाइजर, एकाउंट्स ऑफिसर समेत आरोपियों को घूसखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में साउथ वेस्टर्न फाइनेंशियल एडवाइजर राम रूप मीणा, अकाउंट्स ऑफीसर विजय नामा, वही चार अन्य निजी व्यक्ति सुनील कुमार, रविंद्र सिंह, दिनेश कुमार जिंदल, दलाल राजेंद्र सिंह और उमाशंकर प्रसाद कुशवाहा है। सीबीआई ने साउथ वेस्टर्न कमांड में हो रहे वर्क अलॉटमेंट और बिलों के भुगतान में होने वाली अनियमितताओं को लेकर मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमा दर्ज करने के बाद सीबीआई ने 9 जगहों पर छापेमारी की। यह छापेमारी जयपुर, जिंद, बठिंडा गंगानगर समेत अन्य जगहों पर की छापेमारी के दौरान सीबीआई की टीम ने इन आरोपियों के घर से 4000000 रुपए की नगदी और करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए। जांच पड़ताल के दौरान सामने आया है कि साउथ वेस्टर्न कमांड में होने वाले वर्क को लेकर 3 फर्म की ओर से फाइनेंसियल एडवाइजर, एकाउंट्स ऑफिसर से मिलीभगत करते हुए घूसखोरी का खेल चल रहा था। दलाल के मार्फत इन अधिकारियों को मिलने वाले वर्क अलॉटमेंट नियम विरुद्ध किया गया। वही इस वर्क के बिलों के भुगतान में भी अनियमितताएं पाई गई… इसी को लेकर सीबीआई की टीम ने इन सभी अधिकारियों के ठिकानों पर छापा मारा। छापे मारने के दौरान आरोप प्रमणित पाए जाने पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल सीबीआई की टीम ने सभी आरोपियों को पंचकूला कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।