पीड़िता के पिता ने लगाई न्याय की गुहार
भुसावर थाने में कराया आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज
अश्लील वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल
भुसावर। दो नाबालिग सगी बहनों से लगातार दुष्कर्म करने , गर्भवती होने पर गर्भपात कराने का मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता के पिता ने आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैक मेल कर परिजनों के सोने- चांदी के जेवर हड़पने का भी मामला दर्ज कराया है। पीड़िता दोनों बहिनें 14 वर्ष की है के पिता ने भुसावर थाने में आरोपी कैलूरी निवासी बंटी पुत्र जगबीर , उसके भाई गौरव और उसके दोस्त अभिषेक के खिलाफ दोनों नाबालिगों से लगातार 5 माह तक डरा- धमका कर गैंगरेप करने और किसी को बताने पर वीडियो वायरल करने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर सोने, चांदी के आभूषण और नकदी भी ले ली। ये ही नहीं इनकी क्रुरता से एक नाबालिग गर्भवती भी हो गई। जिसका गर्भपात भी करा दिया गया। जिसके साथ इऩ तीनों ने बारी- बारी से 5 माह में कई बार दुष्कर्म किया था। परिजनों ने बताया कि पहले तो बच्चियों ने कुछ बताया नहीं जब घर से सोने चांदी की वस्तुएं गायब हुई तो इसकी छान- बीन करने पर इस बात का खुलासा हुआ। तब बच्चियों ने बताया कि वे इन तीनों से इतनी डरी हुई थी कुछ बताने की हिम्मत ही नहीं हुई। इन तीनों ने गर्भवती होने पर बच्ची का गर्भपात भी करा दिया। घटना की जानकारी के बाद जब आरोपियों को ये बात बताकर आरोपियों से पूछताछ की गई तो आरोपियों ने सारा अपराध कबूल कर लिया। आरोपी बंटी और सौरव के पिता जगबीर समंह ने बदनामी के डर से माफई मांग ली और रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने की बात कही। लेकिन इसके बावजूद पीड़ित बच्चियों के पिता ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। जिससे आरोपी भविष्य में बच्चियों के साथ किसी प्रकार का कोई घिनोनी हरकत नहीं करे। पीड़ित लड़कियों के पिता ने पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी। लेकिन इसके बावजूद तीनों आरोपी खुले में घूम रहे हैं और आरोपियों के परिजन पीड़िता के परिजनों को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। जांच अधिकारी निहाल सिंह ने पीड़िता के आरोपों और उनके पिता की और से दी गई तहरीर के आधार पर भादस, 406, 376,5/6 पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। लेकिन पीड़िता के पिता का आरोप है कि अभी तक पुलिस ने बच्चियों का मेडिकल और बयान के अलावा कुछ भी नहीं किया है। जबकि इस तरह के मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होते ही गिरफ्तारी की कार्रवाई होनी चाहिए थी। लेकिन पुलिस अभी भी और बड़े अपराध का इंतजार है। इसलिए आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए।