बाड़मेर।आज बाड़मेर जिला मुख्यालय पर गिराब गांव में मेघवाल समाज के शमशान घाट में समाज के दिवंगत आत्माओं की समाधियों पर लाठियां, जूते ,पत्थर फेंककर व तोड़ फोड़ की घटना को लेकर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक व जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस थाना गिराब में दर्ज सीआर न. 50/2021 जो कि पुलिस थानाधिकारी द्वारा दर्ज की गई है ।उसमें महत्वपूर्ण तथ्य छूट गए हैं, जिससे अपराधियों को लाभ होगा इसलिए गांव के परिवादियों द्वारा प्रस्तुत परिवाद को दर्ज नही करना पुलिस की कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़ा करता है। साथ ही हमारी मांग है कि हमारे द्वारा प्रस्तुत परिवादियों का परिवाद को दर्ज किया जाए जिसमे सम्पूर्ण घटना का तथ्यों सहित ब्यौरा प्रस्तुत है,ओर इसमें जिन परिवादियों के परिजनों की समाधियों का अपमान हुआ है, उन्हें विकटम बनाया जाए। अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत उन्हें आर्थिक लाभ भी दिलाया जाए । तथा इस प्रकरण की जांच, वर्तमान जांच अधिकारी को बदल कर किसी निष्पक्ष वरिष्ठ अधिकारी से कराई जाए। इस पर पुलिस अधीक्षक बाड़मेर ने उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि आप चाहो उस अधिकारी से जांच करवाई जाएगी। आपको बता दे कि इस घटना को लेकर पूरे देश के दलित आदिवासी समाज मे आक्रोश है। लोगों को डीएसपी पर भी भरोसा नहीं है। खास बात है घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भी आरोपियों को बचाने का पुलिस प्रयास कर रही है।
गिराब गांव में दलितों की समाधियों को अपमानित करने वालों की गिरफ्तारी की मांग पर प्रदर्शन
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