चुनावों में नेताओं के लिए AI तकनीक फायदेमंद , दुरुपयोग लोकतंत्र के लिए घातक -मीना

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लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

इंदौर। भारतीय पत्रकारिता महोत्सव इंदौर में  आयोजित AI के चुनाव परिदृश्य सत्र में पिंक सिटी प्रेस क्लब जयपुर के अध्यक्ष मुकेश मीणा ने अपने विचार साझा किये। उन्होंने कहा कि चुनाव में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI का उपयोग फायदेमंद तो है ,लेकिन इसके साथ-साथ इस पर  नियंत्रण जरूरी है, नहीं तो यह लोकतंत्र के  लिए घातक  साबित हो सकता है।

AI  के महत्व और चुनाव परिदृश्य पर प्रभाव

मुकेश मीणा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि AI के माध्यम से मतदाताओं तक पहुंच तो बनाई जा सकती है ।राजनीतिक दल  मतदाताओं तक अपने विचार एजेंडा और घोषणाओं को प्रभावित तरीके से रख सकते हैं।

निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं की पहचान में आसानी

मुकेश मीणा ने कहा कि AI के माध्यम से कोई भी नेता अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं को तुरंत समझ सकता है और प्रमुख मुद्दों की पहचान आसानी से कर सकता है। जिससे जनता के बीच जब जाए और किसी विषय पर बात हो तो  प्रभावी तरीके से  उसका आंसर दे सकता है, जाहिर सी बात है कि एक नेता को अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में पहचान बहुत जरूरी है।

चुनाव परिणाम का पूर्वानुमान भी लगाया जा सकता है

मुकेश मीणा का कहना है कि AI एक ऐसी तकनीक है, जिसे संचालित करके कोई भी नेता अपने इलाके में चुनाव नतीजे क्या होंगे उसका पूर्वानुमान, विश्लेषण आसानी से कर सकता है लेकिन इससे नतीजे प्रभावित होने की संभावना रहती है।  हालांकि AI का यह पूर्वानुमान सटीक बैठे यह जरूरी नहीं है । मतदाताओं का जुड़ाव और भागीदारी इससे बढ़ाई जा सकती है । मुकेश बनाने कहा कि AI तकनीक के माध्यम से कोई भी नेता चैट बोर्ड और वर्चुअल अस्सिटेंट मतदाताओं के साथ जुड़ते हैं और मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें तरह-तरह की बातें बताते हैं।  जब आई तकनीक का उपयोग होता तो एक नेता अपनी बात रखने के लिए चेक बोर्ड और वर्चुअल अस्सिटेंट के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से आई के माध्यम से अपनी बात को त्वरित गति से पहुंचा सकता है।  जिसके लिए उसे लाखों, करोड़ों रुपए विज्ञापन के माध्यम से खर्च करना पड़ता है । वह पैसा बचाया जा सकता है और अपनी बात भी सीधे तरीके से रख सकता है।

AI तकनीक का दुरुुपयोग घातक

AI  के दुरुपयोग और हानियां पर अध्यक्ष मुकेश मीणा ने कहा कि AI का उपयोग जितना लोगों के लिए अच्छा और आसान होगा, खासतौर पर लोकतंत्र के लिए लेकिन यह लोकतंत्र के लिए उतना ही खतरनाक साबित हो सकता है।  जैसे की डीफेक वीडियो और गलत कंटेंट के वायरल होने से चुनाव जरूर प्रभावित होंगे । इस पर नियमन और जन जागरूकता जरूरी है । AI  के उपयोग के लिए चेक एंड बैलेंस और जागरूकता दोनों जरूरी है। उन्होंने  कहा कि AI के आगमन से चुनावी परिदृश्य बदल गया हैे।  लेकिन हमें AI  के दुष्प्रभावों को समझना आवश्यक है। AI  के कई फायदे हैं तो इसका दुरुपयोग सबसे ज्यादा होने की संभावनाएं भी है । इस पर नियंत्रण होना बेहद जरूरी है और लोकतंत्र को बचाने के लिए  चेक एंड बैलेंस की जो व्यवस्था रखी गई है, उसे AI पर भी प्रभावित तरीके से लागू किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में देश पर के चुनिंदा पत्रकार शामिल हुए।  सभी ने अपने-अपने विचार रखें और विचारों को साझा किया।  इस अवसर पर मुकेश मीणा का आयोजन कितने स्वागत भी किया सम्मान भी किया।

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