नावा सिटी। (मनीष पारीक वरिष्ठ संवाददाता )नावां नगरपालिका के स्थाई व अस्थाई वाल्मिकी समाज के सफाई कर्मचारी आज छठे दिन भी अपनी मांगो को लेकर धरने पर बैठे रहे। वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते शहर कचरे व गन्दगी के आलम से सन्ना हुआ नजर आ रहा है। हर तरफ गन्दगी के ढेर लगे है तो सड़को गलियों में कचरे के ढेर लग गए है। अब तो हालात यह हो गए है हर तरफ फैली हुई गन्दगी से बदबू आने लगी है जिससे आम लोगो का जीना मुहाल हो रहा है। हालात इसी प्रकार रहे तो वो दिन भी दूर नही है कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या इस कचरे से आ रही बदबू से उतपन्न बीमारियों के फैलने से बढ़ जाएगी। सरकार को जल्द ही इस समस्या पर विचार करते हुए हल निकालना होगा। इसी प्रकार आज नावां नगरपालिका के मुख्य द्वार पर धरना देकर बैठे हड़ताली सफाई कर्मी भी उस समय आक्रोशित हो गए जब उन्हें पालिका अधिशाषी मनीषा चौधरी द्वारा रजिस्टर में 6 दिन की अनुपस्थिति लगाने की जानकारी मिली। चौधरी से पूछने पर बताया कि सरकार के निर्देशों की पालना की जा रही है। अखिल भारतीय सफाई मजदूर कॉंग्रेस द्वारा पालिका के सभी सफाई कर्मचारियों को मूल पद पर लगाने की मांग को लेकर अध्यक्ष हीरालाल कण्डारा के नेतृत्व में अधिशाषी अधिकारी को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में बताया कि जो सफाई कर्मचारी ऑफिस कार्यो में लगे हुए है उनको उनके मूल पद पर लगाया जावे अन्यथा सफाई कार्य नही करने की चेतावनी दी व कहा कि इस बात का समाधान नही हुआ तो वाल्मीकि समाज का सफाई कर्मचारी ओर बड़ा उग्र आन्दोलन करने पर मजबूर होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी पालिका प्रसाशन व ईओ की होने की बात कही।