— आए दिन होते हैं हादसे, लगता है लंबा जाम
— लड़ते जानवरों से आमजन एवं राहगीर रहते हैं भयभीत
— परेशान व्यापार महासंघ ने पालिका ईओ को सौंपा ज्ञापन
लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
किशनगढ़ रेनवाल। ( नवीन कुमावत, वरिष्ठ संवाददाता )। शहर में आवारा पशुओं का जमावड़ा वाहन चालकों एवं राहगीरों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। कस्बे के बीच व्यस्ततम कबूतर चौक, बाग का चौराहा, पचार मोड़, बासडी बाईपास, दांतारामगढ़ बाईपास, रेलवे स्टेशन रोड, पत्थर मंडी रोड एवं अस्पताल रोड आदि जगहों पर हादसे भी हो रहे हैं। जिन स्थानों पर हरा चारा डाला जा रहा है, वहां ये ज्यादा परेशानी का कारण बन रहे हैं। यहां ये ज्यादा संख्या में देखे जा सकते हैं, जो कई बार आपस में जबरदस्त तरीके से लड़ते झगड़ते देखे जा सकते हैं। इस दौरान ये वाहन चालकों एवं राहगीरों को घायल भी कर देते हैं। वहीं इनको बीच सड़क पर लड़ता देखकर वाहन चालक और राहगीर भी भी बचने की कोशिश करने के दौरान हड़बड़ाहट में चोटिल हो जाते हैं।
इसके साथ ही दांतारामगढ़ बाईपास, बासड़ी बाईपास, नदी रोड, तहसील चौराहा, चौमूं रोड एवं जोबनेर रोड पर ये झुंड बनाकर सड़क के बीचों बीच बैठे रहते हैं। इससे रात के समय में तेज स्पीड में आ रहे वाहन जल्दबाजी में ब्रेक लगाते हैं, तो वे हादसे का शिकार हो जाते हैं। कई बार तो वाहन के तेज गति में होने के कारण टक्कर से पशु की भी मौत हो जाती है।
व्यापार महासंघ ने सौंपा ज्ञापन :
शहर में विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाने के लिए व्यापार महासंघ ने रेनवाल नगर पालिका ईओ मनीष पारीक को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया है कि बेसहारा एवं अनाथ घूमते गाय, सांड, बछड़े एवं अन्य मवेशियों के कारण यातायात जाम लगने से भारी परेशानी होती है। बेसहारा मवेशियों से सड़क हादसे होने, बंदरों के समूह के आतंक से निजात दिलाने, ज्यादा बारिश होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। इससे मलेरिया, डेंगू आदि के फैलने का डर बना रहता है।
आड़े तिरछे लगे सब्जी फल के ठेलों से होने वाले यातायात जाम की समस्या का निस्तारण कर उन्हें निर्धारित सब्जी मंडी में भिजवाने। गढ़ बाजार में सात सितंबर को गणेश जयंती पर होने वाले मेले पूर्व गढ़ बाजार की मुख्य सड़क पर हुए गड्ढों को भरवाने के लिए भी मांग की गई है।