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परसादी लाल कैसे संभालेंगे चिकित्सा महकमा ?

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शांत , सौम्य, स्वभाव के परसादी धून के पक्के

खादी की धोती और सफेद कमीज पहनने वाले परसादी लाल किसान परिवार से

सहकारिता और उदयोग विभागों को दी ऩई ऊंचाइयां

विवादों और पंचायतों से दूर जन नेता के तौर पर जाने जाते हैं मीणा

राजनीतिक जीवन निर्विवाद, निर्भिक और निष्पक्ष नेता की है छवि

गांव और गरीब तक इलाज पहुंचाना है मकसद

स्वास्थ्य के साथ आबकारी का जिम्मा

जयपुर। ठेठ गांव से आने वाले गुदड़ी के लाल परसादी लाल मीणा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता है । हमेशा खादी के सफेद झक धोती- कुर्ता में अपनी एक अलग ही छवि में दिखने वाले परसादी लाल मीणा को पहली बार चिकित्सा जैसा बहुत ही महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। ठेठ ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले परसादी लाल मीणा को चिकित्सा मंत्री बनाए जाने को लेकर बहुत से लोगों में इस बात की शंका है कि ये पढ़े- लिखों का महकमा है । यहां कैसे परसादी लाल मीणा जैसे गांव का साधारण किसान इस महकमें को कैसे संभालेंगे। ये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सबसे गलत निर्णय है। इस तरह की चर्चा इऩ दिनों सचिवालय और सत्ता के गलियारों में सुनने को मिलेगी। क्योंकि यहां आदमी के व्यक्तित्व की पहचान उसकी जाति, कपड़ों आदि से भी की जाती है। यही कारण है की जो व्यक्ति पिछले 50 साल से राजनीति में हो तीन बड़े विभागों का कैबिनेट मंत्री रह चुका हो उसे लेकर इस तरह की चर्चा होना कहीं न कहीं हमारी कुठित मानसिकता भी है। खैर आदमी की पहचान उसके कपड़ों पहनावे , जाति- धर्म से नहीं होकर उसके कर्म से ही होती है। जिनके आधार पर ही वो अपने आपको साबित कर पाता है।

इससे पूर्व जब उन्हें पहली बार उद्योग मंत्री बनाया गया था तब भी कॅापोरेट घरानों को लगता था कि परसादी लाल मीणा इस महकमें को संभालने में पूरी तरह से विफल होंगे। जिस समय परसादी लाल मीणा ने इस महकमे की बागडौर संभाली उस समय के हालात भी विकट ही थे। कोई इंडस्ट्रीज आने को तैयार नहीं थी। नया निवेश आ नहीं रहा था। इसके बीच परसादी लाल मीणा ने पिछले तीन साल में जो काम किया है किसी से छिपा नहीं है। बगैर किसी विवाद के प्रदेश में लगातार ऩई इंडस्ट्रीज भी आ रही है । सरकार का खाली खजाना भी भर रहा है। सबसे खास बात है कि उद्योगपतियों की समस्याओं का भी निराकरण किया है। इसलिए परसादी लाल के धोती कमीज पर चिकित्सकों नहीं जाना चाहिए। ये उनकी पहचान है । परसादी लाल मीणा सही मायने में यहां राजस्थान को परिभाषित करने वाले किसान नेता जो जैसा दिखते है वैसे हैं भी। पहनावे से साधारण दिखने वाले परसादी लाल मीणा हमेशा नपी- तुली बात ही करते है। साधारण किसान परिवार में पले – बढ़े परसादी लाल मीणा तीसरी बार कैबिनेट मंत्री बने है लेकिन उनके व्यवहार और आचरण में कोई खास परिवर्तन नहीं आता है। भले ही वे साधारण व्यक्तित्व के धनी है । ग्रामीण परिवेश से भी आते हैं लेकिन उनके काम को लेकर शायद ही किसी अफसर या आम लोगों को उनसे शिकायत रहे। वे हमेशा पारदर्शी तरीके से काम करने के लिए जाने जाते है। हालांकि चिकित्सा महकमा सीधा जनता से जुड़ा हुआ है जहां हर कदम बहुत ही सोच- समझकर उठाना पड़ेगा। ये ही परसादी लाल मीणा के लिए परीक्षा की घड़ी होगी। इस पर खरा उतरना उनके लिए किसी चुनौति से कम नहीं है। अब तक चिकित्सा मंत्री रहे ललित किशोर चतुर्वेदी, राजेंद्र सिंह राठौड़, राजेंद्र चौधरी, कालीचरण सराफ, रघु शर्मा जैसे कई नेताओं के पास ये विभाग रहा है।इनमें से कुछ ही जिन्हें अच्छे कार्यों के लिए याद किया जाता है। इन सबके बीच एक ग्रामीण परिवेश के किसान नेता परसादी लाल मीणा जो आज भी गांव में ही रहना पसंद करते हैं। वे कैसे काम कर सकेंगे। इसको लेकर लोगों के मन शंका जरुर है? इसका उत्तर परसादी लाल मीणा अपने काम से दे सकेंगे। ये उनके लिए एक बड़

परसादी ने कहा गरीब को गांव में मिले चिकित्सा सुविधा.

परसादी लाल मीणा खुद गांव से आते है। गांव गरीब और किसान का दर्द अच्छी तरह से जानते हैं। पहचानते है। आज भी उनका अधिकांश समय गांव की चौपाल पर किसानों के साथ ही बीतता है।इसलिए गांवों की समस्या को वे अच्छी तरह से जानते है और महसूस भी करते हैं। इसलिए गांव, गरीब, कमजोर और पीड़ितों को राहत देना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी। परसादी लाल मीणा का कहना है कि गांव में गरीब से गरीब आदमी को भी अच्छा इलाज और जांच की सुविधा मिले इस पर काम करेंगे। जरुरत पड़ी तो मैनपावर बढ़ाएंगे। उनका कहना है कि वे मुख्यमंत्री के विजन पर खरा उतरेगे। हमारी सरकार और पार्टी की सोच है गरीब से गरीब आदमी , आम आदमी के स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाए। उसका अच्छे- से अच्छा इलाज हो और उसे मंहगी से मंहगी दवा फ्री मिले। इसके लिए काम करेंगे।

सहकारिता विभाग में परसादी ने किया था रिकार्ड काम

वर्ष 1998 में परसादी लाल मीणा पहली बार गहलोत सरकार में सहकारिता विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। उस समय तक सहकारिता विभाग को भी टाइमपास मंत्रालय माना जाता था। लेकिन जब परसादी लाल मीणा को काम सौंपा गया तो इसके बाद कई सरकारें आई और गई आज तक उऩ पांच सालों जैसा कार्य सहकारिता विभाग में नहीं हुआ। एपेक्स बैंक की स्थापना सहित कई बड़े- बड़े निर्णय सहकारिता विभाग के मंत्री के तौर परसादी लाल मीणा के कार्यकाल में हुए थे। जिनके लिए आज भी उस जमाने के कर्मचारी- अधिकारी उन्हें याद करते है।

उदयोग विभाग को दी अलग पहचान

इस बार भी परसादी लाल मीणा को जब उदयोग मंत्री बनाया गया तो सचिवालय के गलियारों में ये चर्चा थी की मुख्यमंत्री का ये गलत निर्णय हो गया। परसादी लाल मीणा को उद्योग विभाग से क्या वास्ता। ये विभाग को नहीं चला पाएंगे। अफसरों को भी लगता था कि ये साधारण किसान आदमी क्या समझेंगे उदयोग के बारे में। लेकिन परसादी लाल मीणा की योग्यता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अच्छे से पहचानते थे। उन्हें उनकी काबलियत पर पूरा भरोसा था। इस भरोसे पर परसादी लाल मीणा खरे भी उतरे। विवादों से दूर रहने वाले मीणा शांत स्वभाव के अपने- आप में मस्त रहते है। कभी भी उऩकी छवि को लेकर कोई आरोप नहीं लगा सकते। उनके विरोधी भी उनकी छवि के आगे इसी बात से डरते है। अपने इलाके में भी उनकी सर्व समाज को साथ लेकर चलने की छवि के सब कायल है।उनका पहनावा भी उन्हें बिल्कुल अलग दिखाता है। वे हमेशा खादी के सफेद धोती- कमीज ही पहनते है। जैसा पहनावा वैसा ही ईश्वर ने उन्हें स्वभाव भी दिया है। वे गलत का कभी साथ नहीं देते लेकिन पीड़ित की मदद करनें में पीछे भी नहीं हटते।

चिकित्सा विभाग को बड़ी उम्मीदें

परसादी लाल मीणा को अभी उनके विभाग के लोग बहुत हल्के में ले रहे है। अभी तक उन्हें ये लग रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में उनका विभाग बदल दिया जाएगा। लेकिन वे इस बात की खुश फहमी छोड़ दे। लोगों का कहना है कि परसादी जिस भी महकमें के मंत्री रहे वह महकमा आगे बढ़ा है। चिकित्सा महकमें में भी वे मुख्यमंत्री की सोच के अनुसार काम करेंगे। इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जैसा की उन्होंने पहले ही दिन कह दिया कि वे नहीं चाहते की गांव से आदमी इलाज के लिए शहरों की तरफ आए। गांवों में ही बेहतर इलाज और जांच सुविधा उसे मिलनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने मैन पावर बढ़ाने की बात भी कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में वे बेहतरीन कार्य करने का प्रयास करेंगे। जब मीणा काम करेंगे तो अधिकारियों को समझ आ जाएगा कि परसादी लाल मीणा जितने शांत और सौम्य स्वभाव के उतने ही काम के प्रति संजदगी भी है। इसलिए उन्हें सर्वसमाज का नेता कहते है। जहां उनके दरबार में हर कोई नजर आता है।

आबकारी और स्वास्थ्य विभाग में तालमेल

परसादी लाल मीणा को स्वास्थ्य का ख्याल तो रखना ही साथ ही दारु बेचकर पैसे से सरकार का खजाना भी भरना है। इसके लिए भी परसादी लाल मीणा को जिम्मेदारी दी गई । हालांकि मीणा का कहना है कि जो भी मुख्यमंत्री जी ने जिम्मेदारी दी उसे पूरी इमानदारी और निष्ठा से निभाया जाएगा। मुख्यमंत्री के भरोसे पर खरा उतरेंगे।

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