दौसा। आने वाले समय में आपकी कार, बाइक, स्कूटी, बस और ट्रक में हॅार्न के स्थान पर शंख, झालर, घंटी , हारमोनियम, तबले या ढोल की आवाज सुनाई दे। आपके पीछे से अचानक आपको सारंगी की आवाज सुनाई दे आप चौक सकते है। क्योंकि आने वाले दिनों में सरकार वाहनों में हॅार्न में अब भारतीय परम्परागत म्यूजिक के इंस्ट्रूमेंट की धूने लगाई जाएगी। ये कहना है देश के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का। गडकरी दौसा में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। गडकरी ने बोला की लंबे समय दुपहिया और चारपहिया वाहनों में हॅार्न में चिलपौं की आवाज सुनाई देती है। लेकिन आने वाले समय में ये सब आवाजें बंद कर भारतीय परम्परागत म्यूजिक की धूने हार्न में डाली जाएगी। इससे लोग क्रोधित भी नहीं होंगे और लोगों को अच्छा भी महसूस होगा। हालांकि ये कब होगा ये तो गडकरी ही जाने लेकिन उनकी इस घोषणा से लोगों को पों- पों की जगह शंख, झालर, हारमोनियम, शंख, तबले , घुंघुरू की आवाज कानों में महसूस कर रहे है। हालांकि जब इस तरह के हॅार्न बजेंगे तब भी उसका आनंद अलग ही आएगा। जब – अलग- अलग गाड़ियों से आपको भारत के पारम्परिक संगीत के वाद्ययंत्रों की आवाज सुनाई देगी, तो ऐसा लगेगा मानो आपके आस- पास को संगीत का या फिर धार्मिक आयोजन चल रहा है। भीड़- भाड़ वाले इलाकों में तो इस तरह के म्यूजिक की आवाज ही अलग होगी। उसका आनंद ही अलग होगा।
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