पलक पावड़े बिछाकर बांट जोह रहे भीलवाड़ावासी, जप-तप व त्याग से भरपुर होगा भीलवाड़ा चातुर्मास

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लोक टुडे न्यूज नेटवर्क


महासाध्वी कुमुदलताजी म.सा. आदि ठाणा के दर्शनों के लिए भीलवाड़ा से बही पार्श्वनाथ जैन तीर्थ पहुंचा श्रीसंघ

भीलवाड़ा, (विनोद सेन) 24 इस वर्ष भीलवाड़ा चातुर्मास करने जा रहे श्रमण संघीय जैन दिवाकरीय मालव सिंहनी पूज्या कमलावतीजी म.सा. की सुशिष्या अनुष्ठान आराधिका पूज्य महासाध्वी डॉ. कुमुदलताजी म.सा. आदि ठाणा 4 के दर्शनों के लिए भीलवाड़ा श्रीसंघ के श्रावक-श्राविकाएं चातुर्मास आयोजन समिति के अध्यक्ष  दौलतमल भड़कत्या के नेतृत्व में मन्दसौर के पास बही पार्श्वनाथ तीर्थ पहुंचे। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक समिति सुभाषनगर एवं चातुर्मास आयोजन समिति के तत्वावधान में होने वाले चातुर्मास से पूर्व महासाध्वी कुमुदलताजी म.सा.,महासाध्वी महाप्रज्ञाजी म.सा., साध्वी पद्मकीर्तिजी म.सा.,साध्वी राजकीर्तिजी म.सा. आदि ठाणा के दर्शनों के लिए पहुंचे श्रावक-श्राविकाओं ने जल्द से जल्द भीलवाड़ा की धरा पर पहुंचने की भावपूर्ण विनती की। महासाध्वी कुमुदलताजी म.सा. ने कहा कि भीलवाड़ा की पावनधरा पर 13 वर्ष के बाद फिर होने जा रहा चातुर्मास तप,त्याग,अनुष्ठान,साधना की दृष्टि से एतिहासिक होगा इसका हमे विश्वास है। भीलवाड़ा संघ इस चातुर्मास को सफल बनाने के लिए समर्पित भाव से जुटा हुआ है। उन्होंने चातुर्मास आयोजन समिति सहित सभी भीलवाड़ावासियों के प्रति मंगलकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हमे इस बात का प्रयास करना है कि वर्षावास में अधिकाधिक धर्मलाभ प्राप्त कर सके। महासाध्वी महाप्रज्ञाजी म.सा. ने कहा कि मनुष्य भव सार्थक बनाने ओर 84 लाख योनियों का परिभ्रमण समाप्त करने के लिए जीवन में हम प्रतिदिन सामायिक की साधना अवश्य करे। धर्म की साधना करते हुए हम क्रोध,मान,माया व लोभ जैसे कषायों से अपनी आत्मा को मुक्त करना है। देव,गुरू व धर्म के प्रति सच्ची श्रद्धा ओर भक्ति होनी चाहिए। इस दौरान साध्वी पद्मकीर्तिजी म.सा. ने अनुष्ठान कराते हुए भगवान पार्श्वनाथ का जाप कराया। अनुष्ठान के प्रारंभ में सुश्रविका निर्मला भड़कतिया ने कलश स्थापना की।


भीलवाड़ा चातुर्मास आयोजन समिति के सचिव एवं राजस्थान जैन कांफ्रेंस के प्रांतीय मंत्री राजेन्द्र सुराना ने चातुर्मास को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि महासाध्वी मण्डल के सानिध्य ये चातुर्मास धर्म साधना की दृष्टि से एतिहासिक होगा इसका पूरा विश्वास है। चातुर्मासिक मंगल प्रवेश मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को होगा जिसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है। श्रीसंघ, सुभाषनगर के अध्यक्ष हेमन्त कोठारी ने कहा कि सुभाषनगर ही नहीं पूरे भीलवाड़ा के श्रावक-श्राविकाएं पलक-पावड़े बिछाकर महासाध्वी मण्डल के आगमन का इन्तजार कर रहे है। चातुर्मास को लेकर श्रीसंघ के हर सदस्य के मन में उत्साह का माहौल ओर सभी तन,मन,धन से सेवा देने को आतुर है। समारोह में सुभाषनगर महिला मण्डल की सदस्यों ने महासाध्वी मण्डल से जल्द भीलवाड़ा पहुंचने की विनती करते हुए गीत प्रस्तुत किया। जैन कॉन्फ्रेंस की पूर्व राष्ट्रीय महिला महामंत्री लाड़जी मेहता, लीलादेवी कोठारी एवं कांचीपुरम के श्रीसंघ के मंत्री राजेन्द्र बिरानी ने भी विचार व्यक्त किए। रतलाम से पधारे महेन्द्र बोथरा, मन्दसौर से आई सुश्राविका शशि मारू एवं चित्तौड़गढ़ से आए सुश्रावक अतुल सिसोदिया ने भी विचार व्यक्त किए। भीलवाड़ा श्रीसंघ एवं अतिथियों का स्वागत श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ मन्दसौर द्वारा किया गया। समारोह में जैन कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेमीचंद धाकड़, जयपुर निवासी अशोक श्रीश्रीमाल, बलवंत बाघमार सहित विभिन्न स्थानों से पधारे श्रावक-श्राविकाएं भी मौजूद थे। अनुष्ठान एवं प्रवचन पश्चात प्रभावना के लाभार्थी वल्लभ कुमार प्रवीण कुमार बघेरवाल परिवार एवं शशि मारू व जमना बाफना मन्दसौर रहे। संघ आगमन पर गौतम प्रसादी के लाभार्थी श्री जैन दिवाकर गुरू प्रताप गौतममुनि सेवा संस्थान मन्दसौर रहे।

भीलवाड़ा श्रीसंघ के साथ की धर्मचर्चा

महासाध्वी कुमुदलता जी म.सा. ने दोपहर में भीलवाड़ा से संघ लेकर पधारे संघपति एवं चातुर्मास आयोजन समिति के अध्यक्ष दौलतमल भड़कत्या, सचिव राजेन्द्र सुराना सहित समिति के अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों से धर्मचर्चा की और मंगल आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने कहा कि चातुर्मास में हर वर्ग व उम्र का व्यक्ति जुड़े और धर्मलाभ प्राप्त करे, इसके लिए प्रयास करना है। उन्होंने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में धर्म प्रभावना करते हुए जून माह के अंतिम सप्ताह में भीलवाड़ा पहुंचने की भावना है। भीलवाड़ा सुभाषनगर स्थानक में चातुर्मासिक प्रवेश से पूर्व शहर में अधिकाधिक क्षेत्रों में पहुंच धर्म की प्रभावना हो इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। भीलवाड़ा से पहुंचे श्रीसंघ में चातुर्मास आयोजन समिति के कोषाध्यक्ष मदनलाल सिपानी, सह कोषाध्यक्ष बंशीलाल बोहरा, प्रवचन व्यवस्था संयोजक राजेन्द्र चण्डालिया, प्रचार-प्रसार समिति संयोजक निलेश कांठेड़, वैयावच्च समिति संयोजक श्री विनोद सकलेचा, चिकित्सा समिति संयोजक श्री शांतिलाल बाबेल,निर्मला भड़कत्या,अनिल सेठी, संग्राम आंचलिया, प्रकाशचंद बाबेल, हनुमान गोखरू, लीलादेवी सुराना, शकुंतला खमेसरा, टीना बापना, रेखा सुराना, सुशीला आंचलिया, राखी खमेसरा,सीमा सेठी आदि भी शामिल थे।

चातुर्मास में हर गुरूवार को अनुष्ठान एवं हर शुक्रवार को पद्मावती एकासना आराधना

पूज्य महासाध्वी कुमुदलताजी म.सा. आदि ठाणा 4 के सुभाषनगर स्थानक में होने वाले चातुर्मास में हर गुरूवार सुबह 9.00 से 10.15 बजे तक मंगलकारी अनुष्ठान होगा। इसी तरह हर शुक्रवार को प्रवचन के बाद केवल श्राविकाओं के लिए सुबह 11 बजे पद्मावती एकासन आराधना विधि होगी। हर शनिवार को प्रवचन के बाद प्रश्नमंच एवं हर रविवार को ही दोपहर 2 बजे से बच्चों के लिए संस्कार शिविर का आयोजन होगा। चातुर्मास के दैनिक कार्यक्रमों के तहत सुबह 6.30 बजे से प्रार्थना, सुबह 8.45 से 10 बजे तक प्रवचन, दोपहर 2.30 से 4 बजे तक धर्मचर्चा एवं नित्य प्रतिक्रमण सूर्यास्त के बाद होगा।

निलेश कांठेड़
संयोजक,प्रचार-प्रसार समिति
महासाध्वी कुमुदलताजी चातुर्मास समिति,सुभाषनगर,भीलवाड़ा

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