भरतपुर । (राजेंद्र शर्मा वरिष्ठ संवाददाता) राजमेस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने शनिवार रात को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय से बिजली घर तक केंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
चिकित्सक शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने बजट में राज्य सेवा नियम लागू करने की घोषणा की थी। लेकिन अब इन नियमों को सभी डॉक्टर टीचर पर लागू न कर एक अगस्त 2024 के बाद नियुक्त होने वाले डॉक्टर टीचरों पर ही लागू कर रहे हैं।
इनके साथ 2019 के बैच के एमबीबीएस छात्र भी शामिल हुए.जिन्हे इंटर्न के चलते पांच माह का मासिक भत्ता नही दिया गया है।डॉ. हिमांशु गोयल ने बताया कि 17 मेडिकल कालेजों के शिक्षक 22 जुलाई से सामूहिक अवकाश पर चल रहे हैं । हम इसके लिए 2017 से आंदोलन करते आ रहे है. कई बार हम लोगों ने अधिकारियों से मिलकर के ज्ञापन भी दिया है। राजमेस की स्थापना के समय ही कहा गया कि आरएसआर नियमों की पालना की जाएगी। .लेकिन धीरे धीरे नए नियम बनाए गए। आरएसआर के विपरीत होते हुए सभी के मन में विरोधाभास पैदा करते है। हम सभी चिकित्सक सामूहिक अवकाश पर है और मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषणा में कहा गया था कि आरएसआर नियम लागू किए जायेंगे। लेकिन वित्त विभाग द्वारा 1 अगस्त 2024 से नए चिकित्सक शिक्षकों पर लागू किया गया। पिछले 2017 से जिन शिक्षको ने इन कॉलेजों में कार्य किया और कॉलेजों की स्थापना में एड़ी चोटी का जोर लगाया। यह उनके हकों को छीनने वाला है। यह सभी पर लागू किया जाए. इसके विरोध में हम लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय से लेकर बिजली घर और बिजली घर से वापस जिला कलेक्टर कार्यालय तक कैंडल मार्च निकाला।