लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
बस्सी, जयपुर। (महेश शर्मा) भैंस तालाब में उतरी तो ,भैंस को तालाब से बाहर निकालने के प्रयास में अर्जुन सिंह का पांव फिसल गया और वह तालाब में डूबने लगा, भाई को डूबते देख चचेरा भाई सूरज तालाब में उतरा तो वह भी डूब गया। तालाब में डूबने से दोनों की मृत्यु हो गई। हादसे की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मामला पड़ासौली के पेईपुरा गांव का है। थोड़ी ही देर में खबर आग की तरह फैल गई और ग्रामीण तालाब की ओर दौड़ पड़े। ग्रामीणों ने शवों को तालाब से बाहर निकालकर जीआर कंपनी के सामने धरना – प्रदर्शन शुरु कर दिया। तालाब जीआर कंपनी की जमीन पर बना हुआ था। जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मृतकों के परिजनों ने कंपनी से 50- 50 लाख रुपये का मुआवजा मांगा इस पर दोनों के परिजनों को 10- 10 लाख रुपये देना तय हुआ। इसके बाद परिजनों ने मृतक के परिजन का शव उठा लिया। हादसे से गांव में गमगीन माहौल है। बुधवार को सवेरे दोनों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दोनों नवी कक्षा के छात्र थे ,अब बहने ही बची है सहारा
अर्जुन बताएं कि सूरज सिंह के पिता सुरेंद्र सिंह और अर्जुन सिंह के पिता भवर सिंह दोनों सगे भाई से दोनों की मां भी सगी बहनें हैं। दोनों भाइयों की एक एक ही की बेटे थे जो नवी क्लास में पढ़ते थे, स्कूल की छुट्टी होने के बाद भैंस चराने गए थे ,जैसे गहरे पानी में उतर गई तो उन्हें बाहर निकालने के प्रयास में यह हादसा हो गया। दोनों के बुजुर्ग दादा दादी है ,बहनों और मां-बाप को सहारा देने वाला कोई नहीं है।
जीआर कंपनी की लापरवाही ने ली जान
जयपुर बांदीकुई लिंक रोड बनाने वाली कंपनी की लापरवाही ने एक ही परिवार के दो बच्चों की जान ली दरअसल कंपनी ने रोड बनाने के लिए 1 साल पहले मिट्टी उठाई थी जिससे मौक मौके पर गहरा गड्ढा बन गया तब से ही पैसा ही था बरसात का पानी भर गया और सोमवार को कैपुर पड़ा सूर्य निवासी सूरत सिंह और अर्जुन सिंह की गड्ढे में डूबने से मौत हो गई