भरतपुर । सरकार के प्रयासों और दावों के बावजूद नकल गिरोह के हौसले बुलंद है। एक के बाद एक करके सरकार ने नकल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया और पटवारी परीक्षा में भी सरकार ने नकल रोकने के लिए पूरी ताकत लगाई। लेकिन इसके बावजूद नकल ग्रहों के सदस्य इस मामले में सरकार के प्रयासों पर भारी पड़े। हालांकि पुलिस की सतर्कता के चलते वह धरे गए । मामला भरतपुर का है भरतपुर पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई कर पुलिस ने 10 अभ्यर्थियों को पकड़ा है इनमें पांच को गिरफ्तार कर लिया है और 5 अभी तक हिरासत में है ।
पेपर लेने आगरा गए थे सीईओ सिटी स
हिरासत में लिए गए पांचों अभ्यर्थी आगरा पेपर लेने गए थे। आरोप है कि अभ्यर्थियों ने 12 लाख में पेपर देने का सौदा किया था । इसके बदले मास्टरमाइंड ने सभी अभ्यर्थियों से दो ₹200000 के ब्लैंक चेक लिए । फिलहाल सभी अभ्यर्थियों से पुलिस पूछताछ कर रही है । भरतपुर के चिकसाना थाने में मुकदमा दर्ज कर 10 अभ्यर्थियों से वही पूछताछ की जा रही है
सीईओ सिटी सतीश वर्मा की जागरूकता आई काम
सिटी सर्किल ऑफिसर सतीश वर्मा ने बताया कि शनिवार देर रात 2:00 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि भरतपुर के कुछ अभ्यर्थी पेपर लेने आगरा गए हैं। सभी अभ्यर्थी आगरा से पेपर खरीदने के लिए गए हैं। उसके बाद पुलिस ने कार चालक की लोकेशन ट्रेस कर कार का पीछा किया। आगरा से आते समय ऊंचा नगला बॉर्डर पर अभ्यर्थियों की गाड़ी रोककर जांच की गई, तो कार में ड्राइवर उसका भाई और 5 अभ्यर्थी मिले। उन्होंने बताया कि विक्रम सिंह नाम के व्यक्तियों ने पेपर देने के लिए 12 /12लाख रुपए में सौदा तय किया था। कई अभ्यर्थियों के पास पैसे नहीं थे, अभ्यर्थियों के पास पैसे नहीं थे इसलिए विक्रम सिंह ने सभी से 2-2 ब्लैंक चेक ले लिए साथ ही जरूरी कागजात भी ले लिए। विक्रम सिंह ने अपने भाई जितेंद्र के साथ अभ्यर्थियों साथ आगरा भेजा था ।एक घर में ले जाकर सभी अभ्यर्थियों से सॉल्व पेपर कराया गया । फिर पेपर वापस ले लिया ।अभ्यर्थी वहां से पेपर से जुड़ी कुछ सामग्री ले आए थे । उन्हें ऐसी सामग्रियों को बरामद कर लिया है । हिरासत में लिए गए अभ्यर्थियों ने पुलिस को बताया कि कुल 10 लोग आगरा गए थे । 5 अभ्यर्थी दूसरी गाड़ी में नगर की तरफ निकल गए जबकि 5 लोग जितेंद्र के साथ विरासत में ले गए । अभ्यर्थियों ने जितेंद्र का फोन नंबर भी पुलिस को दिया। पुलिस ने जितेंद्र के फोन की लोकेशन के आधार पर थाना इलाके से बाकी 5 अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार कर लिया। विक्रम सिंह और उसके भाई थाना इलाके के हैं ।पुलिस ने हिरासत में लिया है अगर जांच में सामने आएगी अभ्यर्थियों से मिलने वाले पेपर से पटवारी परीक्षा में आने वाला कोई भी प्रश्न नहीं मिल रहा है। सीओ सिटी सतीश वर्मा ने बताया कि नकल करने वाले और पेपर बेचने वालों पर पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है ।पुलिस ने 10 लोगों को पकड़ा है । जिनसे पूछताछ की जा रही है । गिरफ्तार लोगों में भरतपुर का प्रदीप सिंह ,उज्जैन का इंद्रजीत सिंह ,मनीषा देवी ,भुसावर का अरुण सिंह, वेर का त्रिलोक सिंह शामिल है। वहीं रुदावल के विष्णु को डिटेन किया गया है। जितेंद्र ही इसका मास्टरमाइंड बताया गया है ।