माण्डलगढ़ में इफको का सहकारी व्यवस्थापक प्रशिक्षण
लोकटूडे न्यूज़ नेटवर्क
माण्डलगढ़( केसरीमल मेवाड़ा ) वर्तमान समय मे किसान अधिक उपज की चाह में रासायनिक खाद का धड़ल्ले से प्रयोग कर भूमि को ऊसर बनाने के कगार पर ले जा रहे है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.एपी सिंह वरिष्ठ प्रबन्धक इफको जयपुर ने समिति के व्यवस्थापकों को प्रशिक्षण के दौरान ये विचार व्यक्त किए। डॉ. सिंह ने नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी के उपयोग करने तथा रासायनिक खाद का कम उपयोग करने हेतु समिती व्यपस्थापको को प्रोत्साहित किया। साथ बताया कि किसानों को खेतों में दानेदार यूरिया एवं डीएपी के अंधाधुंध प्रयोग की बजाय इनकी मात्रा आधी कर नए तकनीकी से बने नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का 4 एमएल प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। नैनो उर्वरकों के उपयोग से पौधों की बढवार अच्छी होती है, कल्ले ज्यादा बनते है, फल फूल अधिक बनते है जिससे पैदावार भी अधिक मिलती है तथा मृदा एवं भू जल के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। खाद बीज के लाइसेंस से सम्बधी तथा नवीन तकनीक के साथ इफको के नैनो उर्वरक के उपयोग के बारे में बताया। इसके साथ ही इफको के सभी उत्पाद सीमिती में रखने के लिए तथा प्रत्येक समिती को इफको के नैनो उर्वरक के प्रचार प्रसार का आग्रह किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती इंदिरा विनय झवर, RGB सदस्य , इफको नई दिल्ली ने की । श्री लालाराम चौधरी क्षेत्रीय प्रबंधक इफको भीलवाड़ा, श्री कल्याण मीणा AEO CCB मांडलगढ़ , श्री कुलदीप ब्रह्मभट्ट मांडलगढ़, श्री सुरेंद्र सिंह हाड़ा, मैनेजर बिजोलिया क्रय विक्रय सहकारी समिति मांडलगढ़ आदि उपस्थित थे । कार्यक्रम मे विशिष्ठ उर्वरक सहायक ईश्वर चंद प्रजापत, कमलेश चौधरी ,अक्षय चौधरी इफको एमसी से श्री परमेश्वर शर्मा, तथा 50 से अधिक समिती व्यवस्थापक मौजूद थे।