सब जेल कोटपूतली में मनाया कारगिल विजय दिवस

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भारत-पाकिस्तान कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को किया याद

कोटपूतली ।( महेश सैनी वरिष्ठ संवाददाता) सब जेल में समाजसेवी रतनलाल शर्मा की अगुवाई में 25 वॉ कारगिल विजय दिवस मनाया गया। इस दौरान जेल प्रांगण में कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को याद करते हुए भारत माता की जय और शहीद अमर रहे के नारे गूंजने लगे । भारत-पाकिस्तान कारगिल युद्ध में 18000 फीट की ऊंचाई पर पाकिस्तानी सेना को धूल चाटते हुए भारतीय वीर जवानों ने अपने पराक्रम और वीरता से पाकिस्तान को नाको चने चबा दिए और फतह हासिल की। इस युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने अपने 527 जवान खो दिए और 1365 जवान इस युद्ध के दौरान घायल हुए लेकिन उसके बावजूद भी भारतीय सेना के वीर सपूतों ने अपने धैर्य, पराक्रम और कौशल से विषम परिस्थितियों के बीच भी पाकिस्तानी सेना को पीछे धकेलते हुए दुश्मन फौज के हजारों जवानों को मौत के घाट उतार दिया । 2 महीने चले इस युद्ध के दौरान कई विकसित देशों ने भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की और पाकिस्तान की हिमायत की लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के दृढ़ हौंसले एवं भारतीय सेना के पराक्रम के सामने दुश्मन नेस्तानाबूद हो गया और अमेरिका जैसे पाकिस्तान के हिमायती देखते रह गए । हमारे जांबाज सैनिकों ने नीचे से 18000 फीट की ऊंचाई पर कारगिल चोटी पर जाकर पाकिस्तान की सेना के जवानों को खदेड़ते हुए गाजर मूली की तरह काटा और विजय हासिल कर कारगिल चोटी पर तिरंगा फहराया। इसी क्रम में लगातार 25 साल से कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों की याद में हम कारगिल विजय दिवस मनाते रहे हैं।


सब जेल कोटपूतली में कारगिल विजय दिवस के दौरान जेलर प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सेना के वीर जवानों ने जो शहादत दी है उसे देश कभी नहीं भूल पाएगा और प्रतिवर्ष उनके सम्मान में कारगिल विजय दिवस देश के 140 करोड लोग मानते रहेंगे । भारतीय सेना के वीर जवानों की वजह से ही आज भारत देश सुरक्षित है और हम अपने घरों में चैन से सो पाते हैं ।भारतीय सेना के जवानों ने हर मोर्चे पर पाकिस्तान की कायराना हरकत का मुंह तोड़ जवाब दिया है। भारतीय सीमा की रक्षा करने वाले वीर जवान हम सब का गौरव हैं वर्तमान भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह समृद्ध है और सक्षम है।आज हमारी सेना की ताकत काफी गुना बढ़ चुकी है। इस मौके पर समाजसेवी रतनलाल शर्मा ने वीर जवानों की शौर्य गाथा एवं उनके पराक्रम के किस्से सुनाते हुए कारगिल विजय दिवस के महत्व को बताया और कहा कि हमें हमारे वीर जवानों पर नाज है और कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को देश हमेशा याद करता रहेगा।
इस मौके पर समाजसेवी रतनलाल शर्मा, ओम प्रकाश सारस्वत, जमशेद, उपेंद्र कुमार, अजय बायला, अशोक, विष्णु, घनश्याम, जय सिंह मीणा, टोनी सोनी, सहित सब जेल के सभी कैदियों ने विजय कारगिल दिवस में भाग लिया और शहीद हुए वीर जवानों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

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