जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश के साथ- साथ पश्चिमी राजस्थान सहित समूचे प्रदेश में धीर- धीरे गायों और अन्य पशुओं में फैल रहे लिंपी वायरस से बचाने के लिए केंद्र सरकार से शीघ्र गाइड लाइन जारी करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के विभिन्न जिलों की गोवंश और अन्य पशुओं में फैल रहे लंपी स्क्रीन रोग पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य सरकार गोवंश और पशुओं के प्रति सजगता एवं संवेदनशीलता बरतते हुए रोग नियंत्रण के सभी संभावित उपाय कर रही है । उन्होंने केंद्र सरकार से गोवंश को बचाने के लिए आर्थिक एवं आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने और बीमारी के प्रभावी नियंत्रण में सहयोग करने के लिए आग्रह किया है। गहलोत ने राज्य के पशुपालकों से धैर्य बनाए रखने एवं गौशाला संचालकों ,जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं से भी बीमारी के नियंत्रण एवं रोकथाम में राज्य सरकार का सहयोग करने की अपील की है। गहलोत ने कहा कि पशुधन राजस्थान के किसानों की जीवन रेखा है । गोवंश पशुपालकों को अकाल की स्थिति में आर्थिक संबल प्रदान करता है । लंपी स्किन रोग राजस्थान सहित देश के गुजरात, तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक, केरल, असम, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में है। राजस्थान के जैसलमेर, जालौर, बाड़मेर, पाली, सिरोही, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर, जयपुर, झुंझुनू ,उदयपुर, अजमेर, बीकानेर जिले में इस रोग की पुष्टि हुई है। राजस्थान सरकार ने सभी जिलों को पशुओं के लिए आवश्यक दवा खरीदने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को पावर दी गई है और उसके लिए 106 लाख रुपए का अतिरिक्त बजट आवंटित किया गया है। इसके साथ ही पशुपालन मंत्री भी राज्य के दौरे पर जाएंगे पूरी मॅानिटरिंग रखेंगे। सीएस उषा शर्मा ने भी 10 जिला कलेक्टर एवं पशुपालन विभाग की जिला स्तरीय अधिकारियों से बीसी के जरिए लंपी डिजीज के बारे में जानकारी ली। पशुपलन मंत्री और चिकित्सा विभाग को भी इसके लिए अलर्ट कर दिया गया है।