बेटियों को गोद लेकर साक्षर करना पुण्य कार्य: गहलोत

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नामदेव फिनवेस्ट की ओर से सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री ने बेटियों को सौंपा चेक

गंगापुर सिटी। ( बनी सिंह मीना) गंगापुर सिटी में आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित 151 बेटियों को शनिवार को गंगापुर सिटी हिंडौन रोड मधुबन रिसोर्ट में शनिवार को नामदेव फिनवेस्ट प्रालि की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री अविनाश गहलोत ने चेक वितरित किए। इस मौके पर पूर्व कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी, सभापति शिवरतन अग्रवाल, बांदीकुई विधायक भागचंद टांकडा, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील दीक्षित, पूर्व सभापति हरिप्रसाद बोहरा, सीएल सैनी आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

इस मौके पर मंत्री अविनाश गहलोत ने नामदेव फिनवेस्ट प्रालि की ओर से 11 लाख रुपए का चेक आर्थिक रूप से पिछड़ी और शिक्षा से वंचित 151 गोद ली बालिकाओं को चेक प्रदान किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री अविनाश गहलोत ने बालिकाओं को 11 लाख का चेक भेंट कर कहा कि बालिकाओं को गोद लेकर शिक्षा से जोडऩा पुण्य कार्य है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सामाजिक सदभाव बनाए रखने व एकजुट रहते हुए स्वच्छ व स्वस्थ्य राजस्थान और देश का निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। हर व्यक्ति को जाति, धर्म का भेदभाव मिटाकर एकता और अखंडता का संदेश देना चाहिए। उन्होंने नशे से दूर रहने के लिए भी प्रेरित किया। भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील दीक्षित ने नामदेव फिनवेस्ट के 151 बालिकाओं को गोद लेकर शिक्षित करने के लिए सराहनीय प्रयास बताया और बच्चों को शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बालिकाओं को अच्छी शिक्षा दिलानी चाहिए। सभापति शिवरतन अग्रवाल ने भी इस कार्य की सराहना करते हुए बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के नारे को सार्थक करने पर जोर देते हुए कहा कि बालिकाएं दो नहीं बल्कि कई परिवारों को संवारती है। साथ ही जरूरतमंदों की भी सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है और हर व्यक्ति को इसके लिए तत्पर रहना चाहिए। पूर्व सभापति बोहरा ने भी कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि ऐसे कार्यक्रम से भारतीय संस्कृति जीवंत है।
पूर्व कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई ज्योतिबा फुले ने महिला शिक्षा को आगे बढऩे का काम किया और उन्नति ग्रुप के द्वारा बालिकाओं को गोद लेकर शिक्षित करने का जो बीड़ा उठाया है, वह सराहनीय है। अब तक इस तरह 551 बालिकाओं को गोद लेकर शिक्षित करने का काम करने से दूसरों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने बच्चों में संस्कार देने पर जोर देते हुए कहा कि अच्छे संस्कार और आचरण के बिना पढ़ा लिखा होना भी व्यर्थ है।

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