लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। उच्चतम न्यायालय के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में उप वर्गीकरण के फैसले के विरोध में दिनांक 21 अगस्त को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति द्वारा आयोजित शांतिपूर्ण बंद का सभी आरक्षित वर्ग की जातियों के संगठनों ने समर्थन किया है । बंद को लेकर अनुसूचित जाति – जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा जेपी विमल आईएएस सेवानिवृत्त की अगुवाई में पुलिस कमिश्नर जयपुर से बैठक की गई एवं प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई। बैठक में पुलिस एवं संघर्ष समिति ने भारत बंद को शांतिपूर्ण रखने हेतु एक दूसरे का सहयोग करने का विश्वास दिलाया। इन दोनों कार्यक्रमों में जेपी विमल आईएएस सेवानिवृत्त के साथ अन्य लोगों के अलावा जसवन्त सम्पतराम आईपीएस सेवानिवृत्त, आर पी सिंह आईपीएस सेवानिवृत्त, जेपी मीणा आईएएस सेवानिवृत्त, हरिनारायण बैरवा, डॉ एसके मोहनपुरीया, जी एल वर्मा, आशा राम मीणा, एन एल वर्मा सेवानिवृत्त जज, डॉ अंजना वर्मा, हरसहाय मीणा सेवानिवृत्त आईपीएस, अनिल गोठवाल, बीएल भाटी, ओटाराम, महेश धावनीया, आलोक बंका, रामकिशन मेहरा, गोमा सागर, डॉ दयानंद टांक, सुरेश चोपड़ा, एच आर परमार, हनुमान सहाय सिरसी, एडवोकेट हितेश राही, एडवोकेट राजेश मीणा एवं पीएन बुटोलीया के अलावा भी काफ़ी व्यक्ति शामिल हुए।
सभी ने 21 अगस्त को शांतिपूर्ण बैंड का समर्थन किया है और सभी अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों से भगवान किया कि वह अपने-अपने इलाके में राष्ट्रपति के नाम पर स्थानीय संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, तहसीलदार,एडीएम, एसडीएम इनको ज्ञापन सोपे कहीं पर भी किसी तरह का विवाद नहीं करें।