पीएम मोदी ने बीकानेर में 26 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किये

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जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है’

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

देशनोक सहित देशभर के 103 रेलवे स्टेशनों का जीर्णोद्वार किया 

नदियों को जोड़ने और सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने की बात कही

 तीनों सेनाओं को सशक्त करने के सात आतंकवाद से निपटने की खुली छूट

मेरी रगों में खून नहीं गर्म सिंदूर बह रहा है।

बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बीकानेर में 26000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई परियोजनाओं के शिलान्यास कर राष्ट्र को समर्पित किया।कार्यक्रम से 18 प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल स्थानीय लोग ऑनलाइन जुड़े ।  इस अवसर पर  मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए सबको धन्यवाद दिया।

करणी माता का आशीर्वाद लेकर आये

मोदी ने कहा कि वे करणी माता का आशीर्वाद लेकर इस कार्यक्रम में आए हैं। उन्होंने कहा कि ये आशीर्वाद विकसित भारत के निर्माण के राष्ट्र के संकल्प को और मजबूत करते हैं। 26,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का उल्लेख करते हुए उन्होंने देश के विकास को आगे बढ़ाने में इनके महत्व को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने इन परिवर्तनकारी पहलों के लिए नागरिकों को बधाई दी।

भारत के बुनियादी ढांचे में हो रहे बदलावों का उल्‍लेख करते हुए, आधुनिकीकरण के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए, प्रधानमंत्री ने पिछले 11 वर्षों में सड़कों, हवाई अड्डों, रेलवे और रेलवे स्टेशनों में हुई तीव्र प्रगति की चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब पिछले वर्षों की तुलना में बुनियादी ढांचे के विकास में छह गुना अधिक निवेश कर रहा है, एक ऐसी प्रगति जिसने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है।

उन्होंने पिछले 11 वर्षों में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की प्रगति की ओर भी ध्यान दिलाया, जिसमें सैकड़ों सड़क ओवरब्रिज और अंडरब्रिज के निर्माण के साथ ही 34,000 किलोमीटर से अधिक नई रेलवे पटरियां बिछाना शामिल है।  इन प्रयासों के साथ-साथ, 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधूनिकीकरण किया है। 

आधुनिक रेलवे स्टेशनों का नाम अमृत भारत स्टेशन रखा गया

प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिक रेलवे स्टेशनों का नाम अमृत भारत स्टेशन रखा गया है और ऐसे 100 से अधिक स्टेशनों का निर्माण पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इन स्टेशनों के अद्भुत परिवर्तन को देखा है, जो स्थानीय कला और इतिहास के प्रदर्शन के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने राजस्थान के मंडलगढ़ स्टेशन सहित महत्वपूर्ण उदाहरणों पर चर्चा की जो राजपूत परंपराओं की भव्यता को दर्शाता के साथ-साथ बिहार का थावे स्टेशन, मधुबनी कलाकृति के साथ माँ थावेवाली की पवित्र उपस्थिति को दर्शाता है। मध्य प्रदेश का ओरछा रेलवे स्टेशन भगवान राम के दिव्य सार को दर्शाता है, जबकि श्रीरंगम स्टेशन का डिज़ाइन श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर से प्रेरणा लेता है। गुजरात का डाकोर स्टेशन रणछोड़राय जी को श्रद्धांजलि देता है, तिरुवन्नामलाई स्टेशन द्रविड़ वास्तुकला सिद्धांतों का पालन करता है और बेगमपेट स्टेशन काकतीय राजवंश की वास्तुकला विरासत का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये अमृत भारत स्टेशन न केवल भारत की हजारों वर्ष पुरानी विरासत को संरक्षित करते हैं, बल्कि राज्यों में पर्यटन विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में भी कार्य करते हैं, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का सृजन होता है। उन्होंने लोगों से स्टेशनों की स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया क्योंकि वे ही इन बुनियादी ढांचे के असली मालिक हैं।

सीमावर्ती क्षेत्रों में भी उच्च गुणवत्तायुक्‍त सड़कें बनाई

मोदी ने राजस्थान में जारी बुनियादी ढांचे के विकास से होने वाले लाभों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि गांवों और यहां तक ​​कि सीमावर्ती क्षेत्रों में भी उच्च गुणवत्तायुक्‍त सड़कें बनाई जा रही हैं। पिछले 11 वर्षों में, अकेले राजस्थान के सड़क बुनियादी ढांचे में लगभग 70,000 करोड़ रूपये का निवेश किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस वर्ष राज्य में रेलवे विकास पर लगभग 10,000 करोड़ रूपये खर्च करने वाली है, जो 2014 से पहले के स्तर की तुलना में 15 गुना वृद्धि को दर्शाता है। उन्होंने बीकानेर को मुंबई से जोड़ने वाली एक नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि इससे कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कई क्षेत्रों में विभिन्न स्वास्थ्य, जल और बिजली परियोजनाओं के शुभारंभ और शिलान्यास पर बल दिया। इन पहलों का उद्देश्य राजस्थान के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों की प्रगति में तेजी लाना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि युवाओं को अपने शहरों और कस्बों में ही आशाजनक रोजगार के अवसर मिलें।

बोले मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा ने नई औद्योगिक नीतियों का शुभारंभ कर नई दिशा दी

केंद्र और राज्य सरकारों के अंतर्गत राजस्थान में तेजी से हो रहे औद्योगिक विकास को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा के प्रशासन ने विभिन्न क्षेत्रों में नई औद्योगिक नीतियों का शुभारंभ किया हैं, जिससे बीकानेर जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि बीकानेरी भुजिया और बीकानेरी रसगुल्ले अपनी वैश्विक पहचान का विस्तार करेंगे, जिससे राज्य के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को और मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान की रिफाइनरी परियोजना अपने अंतिम चरण में है, जिससे राज्य पेट्रोलियम आधारित उद्योगों के लिए एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा। उन्होंने अमृतसर से जामनगर तक छह लेन के आर्थिक गलियारे के महत्व को भी रेखांकित किया, जो श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालौर से होकर गुजरता है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने राजस्थान में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लगभग पूरा होने की जानकारी देते हुए कहा कि ये कनेक्टिविटी परियोजनाएं राज्य के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।

महाराजा गंगा सिंह के दूरदर्शी प्रयासों को स्‍मरण किया

राजस्थान की भूमि के ऐतिहासिक महत्व का उल्‍लेख करते हुए  मोदी ने रेगिस्तानी इलाकों को उपजाऊ परिदृश्य में बदलने में महाराजा गंगा सिंह के दूरदर्शी प्रयासों को स्‍मरण किया। उन्होंने क्षेत्र के लिए जल के अत्‍यधिक महत्व और बीकानेर, श्री गंगानगर, हनुमानगढ़ एवं पश्चिमी राजस्थान जैसे क्षेत्रों के विकास को आगे बढ़ाने में इसकी भूमिका का उल्‍लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के साथ-साथ नदियों को जोड़ने की पहल को लागू करने पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। उन्होंने पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के प्रभाव को रेखांकित किया, जिससे राजस्थान के कई जिलों को लाभ होगा, किसानों के लिए बेहतर कृषि संभावनाएं सुनिश्चित होंगी और क्षेत्र की स्थिरता बढ़ेगी।

आतंकवादी हमले की निंदा की

राजस्थान की अटूट भावना पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा कि देश और उसके लोगों से बड़ा कुछ नहीं है। प्रधानमंत्री ने 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की निंदा की, जिसमें हमलावरों ने अपनी आस्था के आधार पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि पहलगाम में गोलियां चलाई गईं लेकिन उन्होंने 140 करोड़ भारतीयों के दिलों को घायल कर दिया, जिससे आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्र का संकल्प एकजुट हुआ। प्रधानमंत्री ने भारत के सशस्त्र बलों द्वारा की गई निर्णायक प्रतिक्रिया का उल्‍लेख करते हुए कहा कि उन्हें पूरी तरह से ऑपरेशनल स्वतंत्रता दी गई थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सावधानीपूर्वक निष्पादित ऑपरेशन में, तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान की सुरक्षा को ध्वस्त करने के लिए सहयोग किया, जिससे उन्हें झुकना पड़ा।

भारत ने 22 मिनिट जवाबी हमले 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए

प्रधानमंत्री ने बताया कि 22 अप्रैल के हमले के जवाब में, भारत ने 22 मिनट के भीतर ही जवाबी हमला किया जिसमें नौ प्रमुख आतंकवादी ठिकाने नष्ट कर दिए गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्रवाई ने यह सिद्ध करते हुए देश की शक्ति का प्रदर्शन किया कि जब पवित्र सिंदूर बारूद में बदल जाता है, तो परिणाम निश्चित होता है। उन्होंने एक महत्वपूर्ण संयोग भी बताया कि पांच वर्ष पहले, बालाकोट हवाई हमले के बाद, उनकी पहली सार्वजनिक रैली राजस्थान में हुई थी। इसी प्रकार, हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी उनकी पहली रैली पुनः राजस्थान के बीकानेर में हो रही है, जो इस भूमि की अदम्‍य वीरता और देशभक्ति की पुष्टि करती है।

मोदी ने चुरू में दिए अपने बयान को याद किया

मोदी ने चुरू में दिए अपने बयान को याद करते हुए राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई: “इस मिट्टी की सौगंध, मैं देश को गिरने नहीं दूंगा, मैं देश को झुकने नहीं दूंगा।” उन्होंने राजस्थान से घोषणा की कि पवित्र सिंदूर को मिटाने का प्रयास करने वालों को धूल में मिला दिया गया है, और जिन्होंने भारत का खून बहाया है, उन्हें अब इसकी पूरी कीमत चुकानी पड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग मानते थे कि भारत चुप रहेगा, वे अब छिप गए हैं, जबकि जो लोग अपने हथियारों के बारे में शेखी बघारते थे, वे अब मलबे के नीचे दबे पड़े हैं। उन्‍होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर बदले की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि न्याय का एक नया रूप था।  उन्होंने कहा कि राष्ट्र ने एक साहसिक दृष्टिकोण अपनाया है और दुश्मन पर सटीक और निर्णायक हमला किया है।  मोदी ने कहा कि आतंकवाद को कुचलना केवल एक रणनीति नहीं बल्कि एक सिद्धांत है, यह भारत है, यह नया भारत है।

आतंकवादी हमले का निर्णायक जवाब दिया जाएगा

आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से स्थापित तीन प्रमुख सिद्धांतों को रेखांकित करते हुए, प्रधानमंत्री ने पहले सिद्धांत के बारे बताते हुए कहा कि अब भारत पर किसी भी आतंकवादी हमले का निर्णायक जवाब दिया जाएगा, जिसका समय, तरीका और शर्तें पूरी तरह से भारत के सशस्त्र बलों द्वारा निर्धारित की जाएंगी। दूसरा, उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत परमाणु खतरों से नहीं डरेगा। तीसरा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत अब आतंकवादी मास्टरमाइंड और उन्हें समर्थन देने वाली सरकारों के बीच अंतर नहीं करेगा। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के स्‍टेट और नॉन स्‍टेट के बीच के दावे के अंतर को खारिज कर दिया।

पाकिस्तान कभी भी भारत के साथ सीधे टकराव में जीत नहीं सकता

मोदी ने कहा कि पाकिस्तान कभी भी भारत के साथ सीधे टकराव में जीत नहीं सकता। उन्होंने अतीत में पाकिस्‍तान को बार-बार मिली असफलताओं का जिक्र करते हुए कहा कि खुली लड़ाई में सफल न होने के कारण पाकिस्तान ने लंबे समय से आतंकवाद को भारत के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है, हिंसा का सहारा लिया है और भय का माहौल बनाया है। उन्होंने घोषणा की कि पाकिस्तान ने भारत के संकल्प को कम करके आंका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके नेतृत्व में देश मजबूत और अडिग है।  मोदी ने कहा कि भारत पर किसी भी आतंकवादी हमले के गंभीर परिणाम होंगे, जिसकी भारी कीमत पाकिस्तान को चुकानी पड़ेगी और यह उसकी सेना और उसकी अर्थव्यवस्था को भी चुकानी पड़ेगी।

बीकानेर नाल हवाई अड्डे पर भी गए मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीकानेर पहुंचने पर वे नल हवाई अड्डे पर उतरे, जिसे पाकिस्तान ने निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन इस हवाई अड्डे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाया। उन्होंने कहा कि सीमा पार, पाकिस्तान के रहीम यार खान एयरबेस को भारत के सटीक सैन्य हमलों के कारण कई दिनों तक बंद करना पड़ा, जिससे उसके संचालन पर गंभीर असर पड़ा। प्रधानमंत्री ने दृढ़ता से घोषणा की कि पाकिस्तान के साथ न तो व्यापार होगा और न ही बातचीत। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी चर्चा केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के इर्द-गिर्द ही घूमेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को भेजना जारी रखता है तो उसे आर्थिक बर्बादी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने दोहराया कि भारत पाकिस्तान को उसके हिस्से के पानी तक पहुंच नहीं देगा और भारतीय खून से खेलने की उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

 

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का उदबोधन
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के संकल्प ने एक नए भारत की नींव रखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नए भारत की सैन्य ताकत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और एयरबेसों को मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरा देश भारतीय सेना के शौर्य से गौरवान्वित हो उठा। उन्होंने कहा कि मोदी ने सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों के लिए वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम-2 के लिए स्वीकृति प्रदान की है, जिससे सीमावर्ती गांवों के लोगों को मुख्य धारा में लाकर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने एवं आजीविका के पर्याप्त अवसर प्रदान करने का कार्य किया जा सकेगा।
राम जल सेतु लिंक परियोजना और यमुना जल समझौते के लिए प्रधानमंत्री का आभार
 शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार से प्रदेशवासियों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का भरपूर लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा आज हुए महत्वपूर्ण परियोजनाओं के शिलान्यास, उद्घाटन एवं लोकार्पण से राजस्थान सहित पूरे देश के विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू हुए तथा अल्प समय में ही सवा तीन लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों को धरातल पर उतारा जा चुका है।
किसान, युवा, अन्नदाता, महिला – देश में केवल चार जातियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का मानना है कि देश में गरीब, युवा, अन्नदाता, महिला केवल चार जातियां हैं। इसी मंशा के अनुरूप राज्य सरकार इन चारों जातियों के उत्थान के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वामित्व योजना जैसी योजनाओं से गरीब मुक्त राजस्थान की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है। साथ ही, गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने से लेकर किसान सम्मान निधि तक कई कृषक कल्याण की योजनाओं से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है।
राज्य में युवाओं को मिल रहे रोजगार के पर्याप्त अवसर
 शर्मा ने कहा कि महिला उत्थान के क्षेत्र में लखपति दीदी योजना के तहत 7 लाख 80 हजार लखपति दीदी बनाई गई। साथ ही, लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत बालिकाओं के जन्म पर 1.50 लाख रुपये का सेविंग बॉण्ड उपलब्ध करवाया जा रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने पांच साल में 4 लाख सरकारी और निजी क्षेत्र में 6 लाख रोजगार देने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि अब तक 67 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियां दी जा चुकी हैं तथा करीब 1 लाख 87 हजार से अधिक पदों पर भर्ती की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। साथ ही, रोजगार मेलों के माध्यम से 65 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया है।
इन्होंने भी किया संबोधित
कार्यक्रम को  केन्द्रीय रेल मंत्री  अश्विनी वैष्णव और केन्द्रीय कानून एवं न्याय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  अर्जुन राम मेघवाल ने भी संबोधित किया। मेघवाल ने कहा की बीकानेर की धरती पर प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता के बाद उनका दौरा प्रदेशवासियों के हौसलों की बुलंदी और विश्वास को मजबूत करने वाला है। उन्होंने कहा कि  मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो मां करणी के मंदिर में दर्शन करने आए हैं।
कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री  मोदी का साफा पहनाकर और प्रतीक चिन्ह स्वरूप चरखा भेंट कर स्वागत किया। स्वयं सहायता समूह की सदस्या  सुमित्रा, अर्जुन अवार्डी मदन सिंह एवं कर्नल हेमसिंह ने भी प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
यह प्रमुख नेता रहे मौजूद
कार्यक्रम में राज्यपाल  हरिभाऊ बागडे, पूर्व मुख्यमंत्री  वसुन्धरा राजे, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, सांसद  मदन राठौड़, राज्य सरकार के मंत्रीगण सहित सांसद एवं विधायकगण और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, उप राज्यपाल एवं जनप्रतिनिधियों सहित 18 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों से भी लोग ऑनलाइन जुड़े।
जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है’
प्रधानमंत्री  मोदी ने कहा कि पांच साल पहले जब बालाकोट में देश ने एयर स्ट्राइक की थी, उसके बाद मेरी पहली जनसभा राजस्थान में ही हुई थी। अब इस बार जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ तो उसके बाद मेरी पहली जनसभा फिर यहां राजस्थान के बीकानेर में आप सभी के बीच हो रही है। राजस्थान की वीरभूमि के तप से ही ऐसा संयोग बना है।
प्रधानमंत्री ने चूरू में कहा था, ’सौगंध मुझे है इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा… मैं देश नहीं झुकने दूंगा।‘ उन्होंने आज राजस्थान की धरती से देशवासियों से कहा –
जो सिंदूर मिटाने निकले थे
उन्हें मिट्टी में मिलाया है।
जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे,
उनसे हर कतरे का हिसाब चुकाया है।
जो सोचते थे भारत चुप रहेगा,
आज वो घरों में दुबके पड़े हैं।
जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे,
आज वो मलबे के ढेर में दबे हुए हैं।
ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं,
ये न्याय का नया स्वरूप है।
ये ऑपरेशन सिंदूर है।
ये सिर्फ आक्रोश नहीं है,
ये समर्थ भारत का रौद्र रूप है।
ये भारत का नया स्वरूप है।
पहले घर में घुसकर किया था वार,
अब सीधा सीने पर किया प्रहार है।
आतंक का फन कुचलने की,
यही नीति है,
यही रीति है,
यही भारत है,
नया भारत है।

 

 

 

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