सुमेरपुर। (अरविंद कुमार जोशी )इलाके में अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सुमेरपुर कस्बे में लगाए गए सीसीटीवी लंबे समय से बंद पड़े हैं लेकिन न तो पुलिस प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया नहीं नगरपालिका ने ऐसे मैं अब फिर से लोगों की शिकायत करने पर नगर पालिका प्रशासन ने इन्हें शुरू करने के निर्देश दिया है।
लम्बे समय से अधिकांश कैमरे बंद पडे हैं। बार-बार कैमरों की मरम्मत करवाई। इसके बावजूद भी बार-बार खराब हो रहे हैं। नगर के विभिन्न चौराहों व भीडभाड वाले इलाकों में 37.70 लाख की लागत से 20 चौराहों व सार्वजनिक स्थानों पर 45 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर में असामाजिक तत्वों पर नजर रखने व चोरी पर अंकुश लगाने के लिए तीन साल पूर्व पालिका बोर्ड की बैठक व सीएलजी बैठक में भी चर्चा हुई थी। जिस पर पालिका ने 37.70 लाख के बजट को स्वीकृति प्रदान की। इस राशि से नगर के भीडभाड़ वाले इलाकों व प्रमुख चौराहों पर एचआईके विजन कंपनी के 45 सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए उदयपुर की मेसर्स आईटी प्लस कंपनी को संवेदक का कार्य सौंपा था। कंपनी के कार्मिक व इंजीनियरों ने नगरपालिका क्षेत्र के विभिन्न चौराहों व भीड़भाड़ वाले इलाकों में कैमरे लगाए थे। कुछ समय सही ढंग से कार्य करने के बाद धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया। ऐसी स्थिति नगरपालिका प्रशासन व पुलिस की कवायद को अचानक ब्रेक लग गया।
यहां लगे थे कैमरे
चन्द्रशेखर सर्कल नया बस स्टैण्ड, टाउन हॉल चौराहा, भगतसिंह सर्कल, गांधी सर्कल, मुख्य बाजार स्थित मेहता प्याऊ, शीतला माता चौक पोस्ट ऑफीस रोड स्थित हनुमान मंदिर, भैरुचौक, रानी झांसी सर्कल, बाणमाता सर्कल महाराणा प्रताप सर्कल खेडादेवी चौक जना जाखामाता रोड महाराजा उम्मेदसिंह सर्कल आर्य समाज सर्कल सुभाषचन्द्र बोस सर्कल साकेत आश्रम रोड, राजगुरु सर्कल व दीनदयाल सर्कल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। अधिकांश स्थानों पर लम्बे समय से कैमरे बंद शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे कछ समय तक सचारु रुप से कार्य करते रहे। समय गजरने के साथ ही कैमरों ने कार्य करना बंद कर दिया। मंगलकलश चौराहे पर लगाए गए कैमरे की क्षमता सबसे अधिक हैं। पालिका सूत्रों के अनसार वर्तमान में कल 45 में से अधिकांश कैमरे बंद पड़े हैं। अभी तक केवल 12 कैमरे ही चालू अवस्था में है। बिजली जाने पर कैमरे भी पन्द्रह मिनट के भीतर बंद शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए कैमरों के पास पोल पर यपीएस लगाए गए हैं।प्रत्येक यपीएस की क्षमता मात्र पन्द्रह मिनट हैं। सभी कैमरे बिजली से संचालित हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में बिजली गल होते ही पन्द्रह मिनट के भीतर कैमरे भी बंद हो जाते हैं।जिससे असामाजिक तत्वों पर पूरी तरह नजर नही रखी जा सकती हैं।
प्रकाश डूडी इओ नगरपालिका मण्डल सुमेरपुर बोले
इन स्थानों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे पालिका ने नगर के प्रमख चौराहों व भीडभाड वाले इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए स्थान का चयन किया था। इसके लिए
पालिका इओ का कहना है=आमजन की मांग को देखते हुए पालिका ने 37.70 लाख की लागत से सीसीटीवी कैमरे शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थापित किए गए थे। मैंने दो माह पर्व ही कार्यभार संभाला है। अगर कैमरे बंद है तो इसको लेकर पालिका बोर्ड की 10 अगस्त को होने वाली बोर्ड बैठक में चर्चा की जाएगी। कछ कैमरे परी तरह नाकारा हो चुके है। संवेदक से कुछ कैमरे ठीक करवाए है। संवेदक को पाबंद किया जाएगा।
रामेश्वर भाटी थानाप्रभारी बोले
थाना अधिकारी का कहना =नगर के विभिन्न चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। थाने में लगी स्क्रीन पर 12 कैमरे ही चाल अवस्था है। इस बारे में नगरपालिका प्रशासन को लिखित में शिकायत की हैं। पालिकाध्यक्ष को भी अवगत करवाया है। जब से कार्यभार संभाला है तक से बंद पड़े है। कैमरे चालू होने पर असामाजिक तत्वों पर नजर रखने में आसानी रहती है।- रामेश्वर भाटी थानाप्रभारी पुलिस थाना सुमेरपुर ।
सुमेरपुर नगरपालिका अध्यक्ष उषाकंवर राठौड़, बोली
पालिकाध्यक्ष ने बताया=कैमरे बंद होने की जानकारी आपसे मिली है। इस बारे में इओ को भी अवगत करवाया है। संवेदक को शीघ्र कैमरे ठीक करवाने के लिए पाबंद किया जाएगा। जिससे घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।